Pratima Bhaumik: त्रिपुरा की दीदी बनीं कैबिनेट मंत्री, उतार चढ़ाव के बाद भी नहीं छोड़ा बीजेपी का दामन

Pratima Bhumika: कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल का विस्तार (Modi Cabinet Expansion) किया गया।

Newstrack :  Network
Published By :  Shweta
Update: 2021-07-08 13:24 GMT

प्रतिमा भौमिका ( फोटो सोशल मीडिया)

Pratima Bhumika: कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल का विस्तार (Modi Cabinet Expansion) किया गया। जिसमें नए लोगों को मौका दिया गया है। एक तरफ जहां रविशंकर प्रसाद और प्रकाश जावड़ेकर जैसे अनुभवी और तेज तर्रार कैबिनेट मंत्रियों को छोड़ा जा रहा है वहीं प्रतिमा भौमिक जैसे नए मंत्रियों को कैबिनेट यूनियन में शामिल किया जा रहा है। प्रतिमा भौमिक का रहन-सहन भले ही साधारण लगता हो, लेकिन उनका ज्ञान और अनुभव असाधारण है।

प्रतिमा भौमिक पश्चिमी त्रिपुरा से सांसद चुनी गई हैं और आज वह यूनियन कैबिनेट में अपना जगह बना ली है। 1991 से ही प्रतिमा भारतीय जनता पार्टी से जुड़ी हुई हैं। प्रतिमा पहली ऐसी महिला हैं जो त्रिपुरा की परमानेंट रेजिडेंट हैं जिसे कैबिनेट में जगह दी गई है। प्रतिमा एक गरीब परिवार से रहने वाली हैं लेकिन आज के दौर में वह राजनीतिज्ञों में से एक हैं। तो चलिए आज हम आपको बताएगें कैसे तय किया राजनीतिक का सफर..

प्रतिमा भौमिका का जन्म

 प्रतिमा भौमिक ( फोटो सोशल मीडिया)

प्रतिमा भौमिक का जन्म 28 मई 1969 में एक खेतिहर परिवार में हुआ इनके पिता का नाम देबेंद्र कुमार भौमिका था जो स्कूल में मास्टर थे। प्रतिमा भौमिक सोनमुरा अनुमंडल के बरनारायण गांव की रहने वाली हैं।

राजनीतिक करियर की शुरुआत

 प्रतिमा भौमिक ( फोटो सोशल मीडिया)

सीधी साधी सी दिखने वाली प्रतिमा भौमिका की राजनीतिक करियर काफी उतराव चढ़ाव रहा। आज के दौर में प्रतिमा भौमिक भारतीय जनता पार्टी के सशक्त महिला राजनेता में से एक हैं। साल 1991 में प्रतिमा बीजेपी की सदस्य बनी। और जनवारी साल 2016 में वह त्रिपुरा के तत्कालीन मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब के साथ राज्य महासचिव के पद पर नियुक्त हुई। इसके बाद 07 जुलाई 2021 को केंद्रीय मंत्रालय में इनकी एंट्री हुई। इसके साथ-साथ प्रतिमा सामाजिक न्याय और अधिकारिता विभाग की राज्य मंत्री भी हैं। सबसे खास बात यह है कि प्रतिमा केंद्रीय मंत्री बनने वाली उत्तर पूर्व की दूसरी महिला और त्रिपुरा की पहली महिला हैं। इनके असाधारण गुणों के कारण इन्हें दीदी के नाम से बुलाया जाता है।

प्रतिमा भौमिक की शिक्षा

 प्रतिमा भौमिक मीडिया से बात करते हुए ( फोटो सोशल मीडिया)

यह दूसरी बात है कि प्रतिमा खेतिरह परिवार में पैदा हुई। लेकिन इनकी शिक्षा किसी राजनीतिज्ञ से कम नहीं हैं। प्रतिमा भौमिक ने सन् 1991 में त्रिपुरा विश्वविद्यालय महिला कॉलेज और अगरतला से जैव-विज्ञान में स्नातक की हैं। आपको बता दें कि कल यानी बुधवार के दिन प्रधानमंत्री मोदी ने मंत्रिपरिषद का विस्तार किया। इस दौरान कैबिनेट विस्तार और फेरबदल भी हुए। जिसमें 15 कैबिनेट मंत्री और कई राज्य मंत्री शामिल हुए। इस विस्तार में राज्य के सात मंत्रियों को कैबिनेट पद पर नियुक्त किया गया। वहीं त्रिपुरा की सांसद प्रतिमा भौमिक भी केंद्रीय मंत्री के पद की शपथ ली। प्रतिमा ने एक नया इतिहास रच दिया है।

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