जनसंख्या नियंत्रण : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अलग है डिप्टी CM रेणु देवी की राय, जानें क्या कहा
जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर बिहार के सीएम नितीश कुमार और डिप्टी सीएम रेणु देवी के विचार नहीं मिल रहे हैं।
नई दिल्ली. जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर बिहार के सीएम नितीश कुमार और डिप्टी सीएम रेणु देवी के विचार नहीं मिल रहे हैं। खबरों की मानें तो डीप्टी सीएम ने एक बयान में कहा कि जनसंख्या नियंत्रण के लिए पुरुषों का जागरूक होना ज्यादा जरूरी है, पुरुषों में नसबंदी को लेकर अभी भी डर की स्थिति है, राज्य के कई जिले ऐसे हैं जिनमें नसबंदी की दर केवल एक फीसदी है। बता दें कि सोमवार को जब बिहार के सीएम नितीश कुमार से योगी सरकार की ओर से जनसंख्या नियंत्रण को लेकर सवाल पूछा था तो उन्होंने जवाब देते हुए कहा था कि महिलाओं को शिक्षित होना ज्यादा जरूरी है। अब डिप्टी सीएम रेणु देवी ने इसे लेकर अपना बयान जारी किया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, डिप्टी सीएम रेणु देवी ने एक लिखित बयान जारी करते हुए कहा कि जनसंख्या नियंत्रण के लिए पुरुषों को जागरूक होना ज्यादा जरूरी है, क्योंकि नसबंदी को लेकर पुरुषों में डर की स्थिति है, अगर राज्य के कई जिलों की बात की जाए तो कई जिले ऐसे हैं, जिनमें नसबंदी की दर केवल एक फीसदी है। उन्होंने ये भी कहा कि अक्सर यह भी देखा जाता है कि पुत्र की चाहत में पति और ससुराल के लोग महिलाओं पर ज्यादा बच्चे पैदा करने का दबाव डालते हैं, जिससे परिवार का आकार बड़ा होता जाता है। डिप्टी सीएम ने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण के लिए महिलाओं और पुरुषों में भेदभाव को खत्म करने की जरुरत है।
क्या बोले थे सीएम नितीश कुमार
सीएम नितीश कुमार ने कहा था कि अगर महिलाएं शिक्षित होंगी तो वह जागरुक होंगी और प्रजन्न दर अपने आप कम होगी। हालांकि उनके इस विचार से डिप्टी सीएम सहमत नहीं है, उनका कहना है कि जनसंख्या नियंत्रण के लिए महिलाओं और पुरुषों के बीच जो भेदभाव है, उसे खत्म किया जाना चाहिए।