भारत में लगेगा लॉकडाउनः तेजी से बढ़ रहे ओमिक्रोन के मामले, अब क्या करेगी सरकार
कोरोना के बढ़ रहे मामलों के मद्देनजर सरकार ने अलर्ट जारी कर दिया है। इस हाई अलर्ट के अनुरूप प्रशासन ने लोगों को गैर-जरूरी यात्रा और सामूहिक समारोहों से बचने की सलाह दी है।
Omicron in India Cases: भारत में ओमिक्रोन संक्रमण के मामलों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। सरकार द्वारा तमाम उपायों और सख्ती को लागू करने के बावजूद कोरोना संक्रमण के मामलों में किसी भी प्रकार की कमी नहीं दिख रही है।
ऐसे में बढ़ रहे मामलों (omicron cases in india latest news) के मद्देनजर सरकार ने अलर्ट जारी कर दिया है। इस हाई अलर्ट के अनुरूप प्रशासन ने लोगों को गैर-जरूरी यात्रा और सामूहिक समारोहों से बचने की सलाह दी है तथा यह भी कहा है कि आने वाले नए साल के जश्न को सीमित लोगों के साथ बिना भीड़-भाड़ के मनाने की सलाह दी है। इसके अतिरिक्त घर से बाहर निकलने पर मास्क लगाने और शारीरिक दूरी का पालन करने को लेकर भी दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
लॉकडाउन के सिवाय कोई दूसरा विकल्प नहीं
यदि निकटतम भविष्य में ओमिक्रोन और कोरोना संक्रमण के मामलों पर जल्द ही काबू नहीं पाया गया तो यकीनन आने वाले समय में पूर्व के जैसे लॉकडाउन के हालात उत्पन्न हो सकते हैं। लोगों को भी वक़्त रहते समझदारी दिखाने और ज़रूरी सावधानी बरतने की ज़रूरत है वरना सरकार के पास कोरोना को काबू करने को लेकर लॉकडाउन के सिवाय कोई दूसरा विकल्प नहीं बचेगा।
आपको बता दें कि शनिवार तक प्राप्त ओमिक्रोन संक्रमण के मामलों के मद्देनजर भारत में कुल संक्रमित मामलों की संख्या 126 हो गयी है। जिसमें बीते दिन प्राप्त कर्नाटक में 6 और केरल में 4 नए मामले शामिल हैं।
भारत में खतरा
केंद्र और राज्य स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों की सूची के अनुसार भारत के 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में संक्रमण फैल चुका है, जिसमें महाराष्ट्र (43), दिल्ली (22), राजस्थान (17) और कर्नाटक (14), तेलंगाना (8), गुजरात (7), केरल (11), आंध्र प्रदेश (1), चंडीगढ़ (1), तमिलनाडु (1) और पश्चिम बंगाल (1) मामले सम्मिलित हैं।
जैसा कि ज्ञात है कि बीते 2 दिसंबर को कर्नाटक में देश के सर्वप्रथम ओमिक्रोन संक्रमण के 2 मामलों का पता चला था। इसी बीच मात्र 20 दिनों के भीतर ही देश में अबतक 126 मामले सामने आ रहे हैं। ऐसे में आने वाले दिन और अधिक चिंतनीय माहौल बना सकते हैं। लोगों को इससे सचेत रहने और ज़रूरी दिशा-निर्देशों को पालन करने की जरूरत है।