भारत में अलर्ट जारी: आइए जानें कैसे बचें ओमिक्रॉन से, कोरोना के नए वेरिएंट से बचाव के कारगर तरीके
भारत में ओमिक्रॉन वेरिएंट के खतरे को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है। इस पर लखनऊ स्थित एक अस्पताल में इंटेसिव केयर के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ अतुल भारद्वाज बताते हैं, अब तक के अध्ययनों के आधार पर इतना कहा जा सकता है कि कोरोना के यह नया वेरिएंट सबसे खतरनाक हो सकता है।
Omicron Variant In India: दुनिया के कई देशों में कोरोना के नए और सबसे घातक माने जा रहे ओमिक्रॉन वेरिएंट (Corona New Variants Omicron) के बढ़ते मामलों ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। अब तक के अध्ययनों में इस वेरिएंट को डेल्टा (Delta Variants) से भी संक्रामक बताया जा रहा है। कोरोना के इस घातक रूप से बचाव के लिए कई देशों ने अफ्रीकी देशों (African countries) से यातायात को प्रतिबंधित करना शुरू कर दिया है। इस बीच भारत में ओमिक्रॉन वेरिएंट (Omicron Variants in india) के खतरे को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग (health Department) के वरिष्ठ अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि भारत में फिलहाल ओमाइक्रोन वेरिएंट (Corona New Variants Omicron) के मामले सामने नहीं आए हैं।
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक महाराष्ट्र (Maharashtra) और कर्नाटक (Karnataka) में दो कोरोना संक्रमितों में ओमिक्रॉन वेरिएंट (Omicron Variants in india) को लेकर आशंका जताई जा रही है। महाराष्ट्र (Maharashtra) के ठाणे जिले के डोंबिवली में कोरोना संक्रमित एक व्यक्ति को विशेष निगरानी में रखा गया है, वह 24 नवंबर को केपटाउन से वापस लौटा है। अधिकारियों ने रोगी के सैंपल को जीनोम परीक्षण के लिए भेजा है जिससे यह पता लगाया जा सके कि वह ओमाइक्रोन स्ट्रेन (Omicron Variants) से संक्रमित है या नहीं?
ओमिक्रॉन से सुरक्षित रहने के लिए उपाय जरूरी
वहीं, लखनऊ (Lucknow) स्थित एक अस्पताल में इंटेसिव केयर (intensive care) के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ अतुल भारद्वाज (Senior Doctor Dr. Atul Bhardwaj) बताते हैं, अब तक के अध्ययनों के आधार पर इतना कहा जा सकता है कि कोरोना के यह नया वेरिएंट (Omicron Variants in india) सबसे खतरनाक हो सकता है। चूंकि इसमें 30 से भी अधिक म्यूटेशन हैं जोकि इसे अति संक्रामक बनाते हैं। इस खतरे को देखते हुए वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके लोगों को भी विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है। कोरोना के इस घातक वेरिएंट से बचाव के लिए कुछ विशेष उपायों को प्रयोग में लाते रहना चाहिए। आइए इस बारे में आगे की स्लाइडों में जानते हैं।
कोविड एप्रोप्रियेट बिहेवियर के पालन में न बरतें लारवाही
डॉ अतुल कहते हैं, कोरोना के किसी भी रूप से बचाव के लिए कोविड एप्रोप्रियेट बिहेवियर (covid appropriate behavior) का पालन करते रहना सबसे बेहतर उपाय हो सकता है। विशेषकर बाहर या भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाते समय डबल मास्क का प्रयोग करें, सोशल डिस्टेंसिंग और हाथों की स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें। इस दिशा में बरती गई लापरवाही भारी पड़ सकती है। जिन लोगों का टीकाकरण हो चुका है उन्हें भी इन नियमों को पालन में लाते रहना चाहिए।
वैक्सीन की दोनों डोज है बहुत जरूरी
डॉ अतुल कहते हैं, जिन लोगों को अब तक टीकाकरण (Corona vaccination) नहीं हो सका है, उनको जल्द से जल्द दोनों खुराक ले लेनी चाहिए। इसके अलावा जिन्होंने सिर्फ एक ही डोज ली है वह भी जल्द से जल्द दूसरी खुराक प्राप्त करें। वैक्सीनेटेड लोगों में कोरोना के गंभीर संक्रमण और इससे मौत का खतरा कम होता है। जिन इलाकों में सभी लोगों का पूरी तरह से वैक्सीनेशन हो चुका है वहां ओमिक्रॉन या अन्य वेरिएंट्स का जोखिम कम हो सकता है।
प्रतिरक्षा को बढ़ाने वाले उपाय करते रहें
डॉ अतुल कहते हैं, कोरोना से बचाव के लिए हमें हमेशा खुद को तैयार करके रखना होगा। सभी लोगों को लगातार प्रतिरक्षा को बढ़ाने वाले उपाय करते रहने चाहिए। काढ़ा, मौसमी फलों का सेवन, पौष्टिक आहार, व्यायाम और शराब-धूम्रपान से दूरी जैसे उपाय इम्यूनिटी को बढ़ावा देते हैं, इनका विशेष ध्यान रखें। जिन लोगों को वैक्सीनेशन हो चुका है साथ ही प्रतिरक्षा को बढ़ाने वाले उपाय कर रहे हैं, उन्हें कोरोना से काफी हद तक सुरक्षित माना जा सकता है।
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