मुसीबत में पाक PM इमरान खान, कई सांसदों ने छोड़ा साथ

Imran Khan in Trouble: Imran khan से पाक पीएम की कुर्सी छिनने का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। इमरान के सहयोगी सांसद भी अब एक-एक कर उनका साथ छोड़ रहे हैं।

Written By :  Neel Mani Lal
Published By :  aman
Update:2022-03-21 14:21 IST

पाकिस्तान प्रधानमंत्री इमरान खान (Social media)

Pakistan Imran Khan in Trouble Govt in Big Crisis : पाकिस्तान (Pakistan) में इमरान खान सरकार (Imran Khan government) के खिलाफ नेशनल असेम्बली में 25 मार्च को अविश्वास मत पेश होने से पहले ही उन्हीं की पार्टी के कई सांसदों ने उनका साथ छोड़ दिया है। खान के लिए अब सत्ता में बने रहना बहुत मुश्किल हो गया है। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के 100 सांसदों ने इमरान सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव दिया है। आरोप लगाया गया है कि इमरान सरकार की नीतियां देश में आर्थिक संकट और महंगाई का आसमान छूने के लिए जिम्मेदार हैं। आर्थिक संकट के चलते देश में राजनीतिक संकट गहरा गया है।

अब सत्तारूढ़ गठबंधन में इमरान खान के साथी दलों का उनसे अलग हो जाने का खतरा बढ़ता जा रहा है। बताया जा रहा है कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी (Shah Mehmood Qureshi) प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बैठना चाहते हैं। उन्होंने इसके लिए खेल खेलना भी शुरू कर दिया है।

इमरान के साथ भी इतिहास दोहराएगी !

दरअसल, पाकिस्तान में आज तक किसी भी प्रधानमंत्री का कार्यकाल पूरा नहीं हो पाया है। इमरान खान के प्रधानमंत्री बनने के चार साल, इस वर्ष अगस्त में पूरे हो जाएंगे। लेकिन जो हालात बन रहे हैं उससे लगता है कि इमरान के साथ भी इतिहास अपने को दोहराएगा। विपक्ष पूरा जोर लगाये हुए है कि इस महीने के अंदर ही इमरान को सत्ता से बेदखल कर दिया जाए। अब तो उनकी पार्टी पीटीआई के सांसद भी उनका साथ छोड़ रहे हैं। उन्हीं की पार्टी के एक सांसद राजा रियाज ने जियो न्यूज टीवी चैनल से कहा था कि प्रधानमंत्री के साथ उनके मतभेद हैं। उन्होंने कहा कि हम अपनी अंतरात्मा की आवाज पर वोट डालेंगे। उन्होंने यह भी दावा किया कि पार्टी के 20 से भी ज्यादा सांसद ऐसा करने वाले हैं। टीवी चैनलों के समाचारों में दिखाया भी गया है कि इमरान की पार्टी के कई सांसद इस्लामाबाद में विपक्षी दल पीपीपी के दफ्तर में जा रहे हैं।

इमरान को सेना का समर्थन

इमरान खान की पीटीआई के पास संसद के निचले सदन में 155 सीटें हैं जब कि सत्ता में बने रहने के लिए उन्हें 172 सीटें चाहिए। इन बागियों और मुंह मोड़ रहे गठबंधन के साथी दलों के बिना उनके लिए सत्ता में बने रहना मुश्किल होगा। संयुक्त विपक्ष में दो पूर्व प्रधानमंत्रियों नवाज शरीफ और बेनजीर भुट्टो की पीएमएल-एन और पीपीपी शामिल हैं, जिनके पास करीब 163 सांसद हैं। विपक्ष और राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि खान पाकिस्तान की शक्तिशाली सेना का समर्थन खो चुके हैं। बताया तो ये भी जा रहा है कि पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल बाजवा और अन्य टॉप अधिकारियों ने इमरान को इस्तीफा देने की सलाह दी है।  

बागी सांसदों को भी माफ करने को तैयार 

इस बीच इमरान खान ने खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत में आयोजित एक रैली में कहा कि उनकी नीतियां पाकिस्तान के लोगों की भलाई के लिए हैं। खान ने कहा, 'मैं किसी के सामने नहीं झुका और न ही देश को झुकने दिया। उन्होंने कहा कि वो पार्टी के बागी सांसदों को माफ करने और वापस बुलाने के लिए तैयार हैं। विदेश नीति से जुड़े पेचीदा मामलों पर सार्वजनिक तौर पर न बोलने की परंपरा तोड़ते हुए इमरान खान ने कहा कि उन्होंने यूरोप की उस मांग को सिरे से खारिज कर दिया था, जिसमें उससे यूक्रेन में जारी युद्ध को लेकर रूस के खिलाफ समर्थन मांगा गया था। खान ने कहा, कि उन्होंने ऐसा कर प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया है। यूरोपीय संघ की मांग को मानकर पाकिस्तान को कुछ फायदा नहीं होने वाला था।

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