BJP Decision: Piyush Goyal को बड़ी जिम्मेदारी, राज्य सभा में होंगे सदन के नेता

BJP Decision: इससे पहले थावर चंद्र गहलोत के पास यह जिम्मेदारी थी। थावर चंद्र गहलोत को कर्नाटक का राज्यपाल बनाए जाने के बाद पीयूष गोयल को ये जिम्मेदारी दी गई है।

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Published By :  Sushil Shukla
Update: 2021-07-15 03:20 GMT

भाजपा नेता पीयूष गोयल (फाइल फोटो)

BJP Decision: मॉनसून सत्र (Parliament Monsoon Session) से पहले बीजेपी ने बड़ा फैसला लिया है। अब राज्य सभा में बीजेपी की तरफ से पीयूष गोयल (Piyush Goyal) सदन के नेता होंगे। इससे पहले थावर चंद्र गहलोत (Thawar Chand Gehlot) के पास यह जिम्मेदारी थी। थावर चंद्र गहलोत को कर्नाटक का राज्यपाल बनाए जाने के बाद पीयूष गोयल को ये जिम्मेदारी दी गई है।

इन नेताओं का भी चल रहा था नाम

बता दें कि राज्य सभा में नेता (Leader of House Rajya Sabha) के लिए भूपेंद्र यादव, निर्मला सीतारमण और मुख्तार अब्बास नकवी का भी नाम आगे चल रहा था लेकिन पीयूष गोयल को यह जिम्मेदारी दी गई है। पीयूष गोयल 2010 से राज्य सभा के सदस्य हैं। मंत्रिमंडल विस्तार के बाद इन्हें कपड़ा मंत्रालय, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय, उपभोक्ता मामले और खाद्य एवं सार्वजनिक मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है। इससे पहले पीयूष गोयल के पास रेलवे मंत्रालय भी था।

19 जुलाई से मानसून सत्र

सरकार ने संसद के मानसून सत्र से पहले रविवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है। सूत्रों ने बताया कि संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं को इस बैठक के लिए आमंत्रित किया है। इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के भी शामिल होने की संभावना है। सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चलना सुनिश्चित करने के लिए इस तरह की सर्वदलीय बैठकें सत्र आरंभ होने से पहले बुलाई जाती हैं। मानसून सत्र 19 जुलाई को आरंभ होगा और 13 अगस्त को उसका समापन होगा।

पीयूष गोयल का राजनीतिक सफर


57 वर्षीय पीयूष गोयल 2010 से राज्यसभा के सदस्य हैं। उनके पास वाणिज्य एवं उद्योग, खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों और कपड़ा समेत विभिन्न मंत्रालयों का प्रभार है। 2014 में केंद्रीय मंत्री बनने से पहले पीयूष गोयल पार्टी के कोषाध्यक्ष थे। पीयूष गोयल 1984 से भाजपा से जुड़े हैं और संगठन के विभिन्न पदों पर रह चुके हैं। वह पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के भी सदस्य हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव में वह पार्टी की सूचना संवाद प्रचार समिति के प्रमुख थे और पिछले लोकसभा चुनाव में पार्टी की घोषणापत्र एवं प्रचार समिति के सदस्य थे। चार्टर्ड अकाउंटेंट की परीक्षा में उन्होंने देशभर में दूसरी रैंक और मुंबई यूनिवर्सिटी में कानून में दूसरी रैंक हासिल की थी। वह एक इंवेस्टमेंट बैंकर भी रहे हैं और भारतीय स्टेट बैंक और बैंक आफ बड़ौदा के बोर्ड में रह चुके हैं।

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