Indo-Pak Relation: पीएम मोदी ने दी पाक पीएम को बधाई तो शाहबाज़ ने जताया आभार, छेड़ा कश्मीर राग
Indo-Pak Relation: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने मंगलवार को कहा, भारत और पाकिस्तान को न केवल क्षेत्रीय शांति सुनिश्चित करनी चाहिए।
New Delhi: भारत के सबसे जटिल पड़ोसी के तौर पर देखा जाना वाला पाकिस्तान (Pakistan) सियासी उठापटक के दौर से बाहर आ चुका है। पाकिस्तान की सत्ता की चाभी एकबार फिर वहां की रसूखदार शरीफ परिवार के हाथों में पहुंच चुकी है। जो अतीत में तीन बार पाकिस्तान की बागडोर संभाल चुकी है। पड़ोस में हुए इस सत्ता परिवर्तन (power change) का असर भारत पर पड़ना लाजिमी है। ऐसे में भारत के रक्षा विशेषज्ञ और विदेश नीती के जानकार दोनों देशों के बीच आगे के संभावित रिश्तों पर लिखना–बोलना शुरू कर चुके हैं।
पाक पीएम ने पीएम मोदी के बधाई संदेश का दिया जवाब
मंगलवार को पाकिस्तान के नए वजीरे –ए –आजम शहबाज शरीफ (Shahbaz Sharif) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) द्वारा ट्वीटर से दिए गए बधाई संदेश का जवाब दिया है। पाक पीएम के इस जवाब से भारत को लेकर पाकिस्तान की संभावित नीति का अनुमान लगाया जा रहा है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने मंगलवार को कहा, भारत और पाकिस्तान को न केवल क्षेत्रीय शांति सुनिश्चित करनी चाहिए, बल्कि अपने लोगों के सामाजिक एवं आर्थिक विकास पर भी ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए। दरअसल सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शरीफ को पाक का नया पाकिस्तान चुने पर ट्वीटर पर बधाई देते हुए कहा कि भारत क्षेत्र में शांति एवं स्थिरता चाहता है जो आतंकवाद से मुक्त हो।
पीएम मोदी के इस ट्वीट का जवाब देते हुए शहबाज शरीफ ने भी ट्वीट किया। उन्होंने मंगलवार को अपने ट्वीट में कहा, बधाई के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद। पाकिस्तान भारत के साथ शांतिपूर्ण और सहयोगी संबंध चाहता है। जम्मू-कश्मीर सहित बकाया विवादों का शांतिपूर्ण समाधान अपरिहार्य है। आतंकवाद से लड़ने में पाकिस्तान की कुर्बानी जगजाहिर है। आइए शांति सुरक्षित करें और अपने लोगों के सामाजिक-आर्थिक विकास पर ध्यान दें।
पीएम मोदी ने दी थी शहबाज को दी थी बधाई
सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाक पीएम को अपने बधाई संदेश में कहा था, मियां मुहम्मद शहबाज शरीफ को पाकिस्तान के प्रधान मंत्री के रूप में चुने जाने पर बधाई। भारत आतंक मुक्त क्षेत्र में शांति और स्थिरता चाहता है, ताकि हम अपनी विकास चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित कर सकें और अपने लोगों की भलाई और समृद्धि सुनिश्चित कर सकें।
कश्मीर राग जरूरी या मजबूरी
भारत और पाकिस्तान के प्रधानमंत्रियों के ट्वीट से यह बात साबित हो गया कि भले ही पाकिस्तान की सत्ता में कोई भी बैठे, लेकिन भारत के सामने उसके लिए कश्मीर राग छेड़ना उसका एक तरह से सियासी कर्तव्य है। पीएम मोदी (PM Modi) द्वारा अभी तक कश्मीर मसले को लेकर पाकिस्तान के नव नियुक्त पीएम के सामने कोई बात नहीं रखी गई है। लेकिन शहबाज शरीफ अब तक दो बार कश्मीर राग छेड़ चुके हैं। शरीफ ने पाक का नया पीएम चुने जाने के बाद अपने पहले बयान में ही कश्मीर राग अलापते हुए इस मुद्दे के समाधान की बात कही थी, जबकि दूसरी बार उन्होंने पीएम मोदी के बधाई संदेश का जवाव देते हुए इसका जिक्र किया है।
दरअसल, उनके पूर्ववर्ती इमरान खान के कार्यकाल के दौरान कश्मीर मुद्दे के कारण ही दोनों देशों के बीत पूरी तरह से शीर्ष स्तर पर संवादहीनता थी। मियां शहबाज शरीफ इस संवादहीनता को कितना दूर कर पाते हैं, ये देखने वाली बात होगी, क्योंकि पाकिस्तान में आम चुनाव जल्द होने वाले हैं। ऐसे में वो इस संवेदनशील मसले पर शायद ही कुछ अधिक कर पाएं।