Prashant Kishor: कांग्रेस को पीके का साथ भले न मिल सका मगर कई सुझावों पर अमल करने को पार्टी तैयार
Prashant Kishor: पीके के पास कांग्रेस से जुड़ा ठोस डेटा और विश्लेषण था और उन्होंने पार्टी को मजबूत बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण सुझाव पेश किए।;
प्रशांत किशोर (फोटो-सोशल मीडिया)
Prashant Kishor: चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर और कांग्रेस नेतृत्व के बीच कई दौर की बातचीत के बावजूद बात नहीं बन सकी और दोनों पक्षों ने अपने रास्ते अलग कर लिए हैं। वैसे कांग्रेस नेतृत्व के साथ बातचीत के दौरान प्रशांत किशोर ने पार्टी को उसकी कमजोरियों और चुनौतियों के बारे में विस्तार से जानकारी दे दी है। प्रशांत किशोर की कांग्रेस में एंट्री की संभावनाओं पर भले ही विराम लग गया हो मगर पार्टी पीके के कई सुझावों पर अमल करके अपनी स्थिति को मजबूत बनाने की तैयारी में है।
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक पीके के पास कांग्रेस से जुड़ा ठोस डेटा और विश्लेषण था और उन्होंने पार्टी को मजबूत बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण सुझाव पेश किए। कांग्रेस के साथ पीके की बात भले ही न बन पाई हो मगर पार्टी इन सुझावों पर अमल करने का इरादा रखती है। पार्टी का जल्द ही राजस्थान के उदयपुर में चिंतन शिविर भी आयोजित होने वाला है और इस शिविर के दौरान भी इन बिंदुओं पर चर्चा की जा सकती है।
कांग्रेस को लेकर पीके का अच्छा विश्लेषण
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि भले ही पीके की कांग्रेस में एंट्री पर ब्रेक लग गया हो मगर कांग्रेस नेतृत्व के साथ बातचीत के दौरान पीके ने जो महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं, पार्टी उन पर अमल करने के संबंध में गंभीरतापूर्वक विचार कर रही है। पीके ने 2024 की सियासी जंग में भाजपा को चुनौती देने के लिए बेहतर एनालिटिक्स और डेटा जेनरेशन पर जोर दिया था।
इसके लिए पार्टी की ओर से पेशेवरों की मदद ली जा सकती है ताकि चुनाव में उसके नतीजे दिख सकें। पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम का भी कहना है कि पीके ने कांग्रेस पार्टी को लेकर अच्छा विश्लेषण प्रस्तुत किया और उनकी ओर से दिए गए सुझावों में कई बिंदु ऐसे थे जिन पर पार्टी की ओर से आने वाले दिनों में अमल किया जाएगा।
कई सुझाव पार्टी के लिए मददगार
कांग्रेस की डेटा टीम के प्रमुख प्रवीण चक्रवर्ती ने कहा कि मुझे पीके के कई सुझावों की जानकारी मिली है। उनके कई सुझाव पार्टी को मजबूत बनाने में कारगर साबित हो सकते हैं। उन्होंने नए और युवा चेहरों को महत्व देने और एक परिवार को एक ही टिकट देने का सुझाव दिया है और निश्चित रूप से उनका यह सुझाव पार्टी के लिए मददगार साबित होगा। इसके साथ ही पार्टी के नेताओं को अब डेटा का अधिक और निष्पक्ष तरीके से इस्तेमाल करना होगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि पार्टी की ओर से निश्चित रूप से कुछ सुझावों को लागू किया जाएगा।
पीके के प्रेजेंटेशन के दौरान मौजूद रहे कांग्रेस के एक नेता ने कहा कि चुनाव रणनीतिकार ने हमें बताया कि हमने एक ही सीट पर तीन बार चुनाव हारने वाले 170 उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारा। निश्चित रूप से उनकी यह जानकारी हमारी आंखें खोलने वाली थी।
चिंतन शिविर में सुझावों पर होगी चर्चा
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि कांग्रेस काफी पुरानी पार्टी है और बदलावों को लेकर भी झिझकती रही है मगर अब वह समय आ गया है कि चुनौतियों का सामना करने के लिए पार्टी को अपने रंग-ढंग में बदलाव लाने होंगे। पार्टी अपनी पुरानी कमजोरियों को दूर करके खुद को ताकतवर बनाने की पूरी कोशिश करेगी। उन्होंने कहा कि पार्टी की ओर से राजस्थान के उदयपुर में नव संकल्प चिंतन शिविर का आयोजन होने वाला है। इस शिविर में संगठन को लेकर भी चर्चा की जाएगी और इस प्रस्ताव को तैयार करने की जिम्मेदारी मुकुल वासनिक को सौंपी गई है।
शिविर के दौरान जिन मुद्दों पर चर्चा की जाएगी उन पर प्रशांत किशोर की ओर से पेश की गई कार्ययोजना का असर साफ तौर पर नजर आता है। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि भविष्य को लेकर कांग्रेस के खिड़की-दरवाजे हमेशा खुले रहते हैं। पार्टी सबकी सलाह सुनती है और पार्टी ने प्रशांत किशोर के सुझावों को भी गंभीरता से सुना है। भविष्य में आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए पार्टी निश्चित रूप से कुछ बदलाव जरूर करेगी।