चर्चा में है शहाबुद्दीन की कब्र, 10 जून को होगी खास बैठक
बिहार के पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन मौत के बाद एकबार फिर चर्चा में आ गए हैं।
नई दिल्ली: बिहार के पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन मौत के बाद एकबार फिर चर्चा में आ गए हैं। इस बार शहाबुद्दीन की कब्र पर बवाल मचता दिख रहा है। बता दें कि बिहार के बाहुबली व पूर्व सांसद शहाबुद्दीन का पिछले महीने दिल्ली के एक अस्पताल में निधन हो गया था। कोरोना संक्रमण के चलते उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
आरजेडी नेता शहाबुद्दीन के शव को पुरानी दिल्ली के दिल्ली गेट स्थित जदीद कब्रिस्तान में दफनाया गया था। शहाबुद्दीन के परिजन उनकी कब्र को यादगार बनाने के लिए चुपके से इसे पक्का कराने की फिराक में थे। लेकिन इसकी जानकारी जदीद कब्रिस्तान कमेटी को लग गई, जिसका उन्होंने विरोध करते हुए पक्कीकरण करने पर रोक लगा दी।
कब्रिस्तान कमेटी ने नियमों का हवाला देते हुए कहा कि किसी भी शख्स की कब्र को पक्का नहीं कराया जा सकता है। ऐसा करना धार्मिक तौर पर भी सही नहीं है। जमीन की कमी होने की वजह से यहां पक्की कब्र बनाने पर रोक हैं।
नहीं ली थी मंजूरी
वहीं कमेटी का कहना है कोरोना की वजह से लगातार हो रही मौतों की वजह से पक्की कब्र बनाने पर रोक लगाई गई है। कुछ दिन पहले शहाबुद्दीन के परिजनों ने यहा सामान लाकर रख गए थे। तब किसी को यह अंदाजा नहीं था कि वह कब्र को पक्की करने वाले हैं। लेकिन जब निर्माण कार्य शुरू हुआ तो उनसे इसकी परमिशन के बारे में पूछा गया। परिजनों के पास परमिशन की कोई कॉपी नहीं थी। ऐसे में कमेटी ने पक्कीकरण के कार्य पर रोक लगा दी है। अब इस बारे में जदीद कमेटी और शहाबुद्दीन के परिजनों के बीच 10 जून को बैठक होनी है।