Sunanda Pushkar Case: शशि थरूर को बड़ी राहत, सुनंदा पुष्कर मामले में कोर्ट ने किया बरी, जानें मामला
Sunanda Pushkar Case In Hindi : दिल्ली कोर्ट ने आज बहुचर्चित सुनंदा पुष्कर की मौत के मामले में उनके पति और कांग्रेस नेता शशि थरूर को बड़ी राहत देते हुए सभी आरोपों से बरी कर दिया है।
Sunanda Pushkar Case In Hindi : आखिरकार कांग्रेस नेता शशि थरूर को पत्नी सुनंदा पुष्कर की मौत के मामले में सभी आरोपों से आजादी मिल गई। बुधवार को दिल्ली कोर्ट ने बहुचर्चित सुनंदा पुष्कर मामले पर फैसला सुनाते हुए शशि थरूर को सभी आरोपों से बरी कर दिया। सात साल चले इस केस में फैसला आ गया। जिसके बाद थरूर ने जज का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ये फैसला सराहनीय है।
कौन है सुनंदा पुष्कर:
Sunanda Pushkar Kaun Hain- सुनंदा पुष्कर का जन्म बोमई में 27 जून 1964 को कश्मीरी पंडित परिवार में हुआ था। उनके पिता सेना में अधिकारी थे। आतंकी हमले में उनके घर को जला दिया जाने के बाद साल 1990 में वह परिवार समेत जम्मू आकर बस गयी थी। जिसके बाद उन्होंने श्रीनगर के राजकीय कॉलेज से ग्रेजुएट किया। पढ़ाई के दौरान ही उन्होंने अपने सहपाठी संजय रैना से शादी कर ली। हालांकि यह शादी ज्यादा नहीं चली और कुछ समय बाद उनका तलाक हो गया।
इसके बाद सुनंदा 1989 में दुबई चली, और व्यापार की दुनिया में कदम रखा। दुबई में दो साल बाद उन्होंने सुजीत मैनन से शादी कर ली। 1992 में उनका एक बेटा हुआ। मार्च 1997 में सुजीत की एक हादसे में मौत हो गई थी।
सुनंदा चर्चा में आई जब उनका नाम कांग्रेस नेता शशि थरूर के साथ जुड़ा। साल 2009 में एक पार्टी के दौरान शशि थरूर और सुनंदा की मुलाकात हुई। वहीं आईपीएल विवाद के बाद दोनों ने 2010 में मलयाली परंपरा से शादी कर ली।
कैसे हुई थी मौत:
Sunanda Pushkar Ki Maut Kaise Hui Thi- दरअसल, 17 जनवरी को उनकी मौत से एक दिन पहले वह दिल्ली आई थीं। उनके घर में रेनोवेशन और रंग-रोगन का कार्य चल रहा था इसलिए उन्होंने पति थरूर के साथ होटल लीला के सुइट नंबर 345 में चेक-इन किया। उन्हें आखिरी बार होटल लीला में दिन के साढ़े तीन बजे जिंदा देखा गया। उस दिन थरूर कांग्रेस के एक सत्र में हिस्सा लेने के लिए गए थे। जब रात 8:30 पर थरूर अपने दो सहयोगियों के साथ होटल के कमरे में पहुंचे तो सुनंदा बेड पर मृत मिलीं थीं।
आज भी रहस्य सुनंदा की मौत: हत्या या आत्महत्या
ऑटोप्सी रिपोर्ट में ये संकेत दिए गये कि नींद की गोलियों के ओवरडोज के कारण उनकी मौत हुई। हालांकि रिपोर्ट से यह साफ नहीं हुआ कि उन्हें जबरन जहर दिया गया या उन्होंने खुद इसे लिया।। सवाल उठा कि उन्होंने आत्महत्या की या उनकी हत्या हुई।
जांच के दौरान पता चला था कि पुष्कर के शरीर पर चोट के 12 निशान थे, जिसमें हाथ पर काटने का निशान भी था। हालांकि यह चोटें जानलेवा नहीं थी। लेकिन उनकी मौत के साथ ये सवाल उठे कि क्या मौत से पहले उनके साथ मारपीट हुई थी?
पाकिस्तानी पत्रकार से हुई थी लड़ाई:
उनकी मौत के साथ ही पुष्कर की जिन्दगी से जुडी कई परते खुलना शुरू हो गयी। बताया गया कि पाकिस्तानी पत्रकार मेहर तरार और शशि थरूर के कथित संबंधों को लेकर सुनंदा और थरूर के बीच लड़ाई होती थीं। वहीं उनकी मौत से एक दिन पहले ही पुष्कर की पाकिस्तान की पत्रकार मेहर तरार के साथ ट्विटर पर लड़ाई हुई थी। हालाँकि उन्होंने उसी दिन बेहद सकारात्मक ट्वीट किए थे जिनसे ऐसा नहीं लग रहा था कि वह किसी तरह के दबाव या तनाव में हैं।