'The Kashmir Files' का मुद्दा लोकसभा में उठा, बसपा सांसद ने फिल्म को बैन करने की मांग की
The Kashmir Files: 90 के दशक में कश्मीर में कश्मीरी पंडितों के साथ हुए दर्दनाक घटना पर आधारित फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' को लेकर जबरदस्त सियासी घमासान छिड़ गया है।
The Kashmir Files: देश में सिनेमा पर सियासत कोई नहीं बात नहीं है। अक्सर जब कोई पीरीयड या किसी खास विषय के संदर्भ में फिल्म बनाया गया है, अक्सर बवाल खड़ा हुआ है। इसके अंतहीन उदाहरण हैं। इसी कड़ी में एक और फिल्म को लेकर इन दिनों सियासी बवाल मचा हुआ है।
90 के दशक में कश्मीर में कश्मीरी पंडितों के साथ हुए दर्दनाक घटना पर आधारित फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' को लेकर जबरदस्त सियासी घमासान छिड़ गया है। फिल्म को लेकर राइट विंग और लेफ्ट विंग के लोग आमने – सामने हो गए हैं। इस बीच लोकसभा में आज बसपा सांसद दानिश रिजवान ने फिल्म की आलोचना करते हुए इसे देशभर में बैन करने की मांग कर दी है।
विवाद की वजह
'द कश्मीर फाइल्स' (The Kashmir Files) फिल्म में नब्बे के दशक में कश्मीर घाटी में कश्मीरी पंडितों के वहां से पलायन और उनके साथ हुए जबरदस्त हिंसा को काफी अच्छे तरीके से प्रस्तुत किया गया है। फिल्म को देखकर लोगों के आंखों में आंसू और जेहन में उस दौर की पीड़ा सामने आ जाती है।
एक तरफ कश्मीरी पंडितों के पलायन के दर्द से लोगों में गुस्सा है तो वहीं दूसरी तरफ तथ्य के दूसरे पहलू को पेश किया जा रहा है। वामपंथी रूझान रखने वाले लोग इसे दक्षिणपंथियों का प्रोपोगेंडा करार दे रहे हैं। उनका आरोप है कि फिल्म का हकीकत से कोई वास्ता नहीं है। यह भावनाओं को भड़काने की कोशिश है।
कांग्रेस औऱ बीजेपी भिड़े
फिल्म को लेकर कांग्रेस औऱ बीजेपी के बीच ठन गई है। केरल कांग्रेस ने इस संबंध में ताबड़तोड़ नौ ट्वीट कर तथ्य और सच्चाई सामने रखने का दावा किया है। केरल कांग्रेस ने अपने एक ट्वीट में कहा कि 1990 से 2007 के दौरान कश्मीर में 399 कश्मीरी पंडित आंतकवादियों के शिकार हुए, जबकि इतनी ही अवधि में 15 हजार कश्मीरी मुसलमान आंतकवादियों द्वारा मारे गए। हालांकि विवाद बढ़ने के बाद कंग्रेस ने अपने ट्विट को हटा लिया।
वहीं बीजेपी के तरफ से केंद्रीय मंत्री और जम्म से सांसद जीतेंद्र सिंह ने घाटी से कश्मीरी पंडितों के पलायन के पीछे देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की नीतियों को जिम्मेदार ठहराया है।
बता दें कि फिल्म को लेकर बढ़ते विवाद के बीच'द कश्मीर फाइल्स' अच्छा बिजनेस कर रही है। फिल्म समीक्षकों की मानें तो फिल्म जल्द ही 100 करोड़ के बिजनेस करने वाले क्लब में शामिल हो सकती है। अब तक कई बीजेपी शासित राज्यों ने फिल्म को अपने राज्य में टैक्स फ्री कर दिया है।