नई दिल्ली: टूलकिट मामले (Toolkit case) में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल (Delhi police special team) की टीम आज यानी सोमवार शाम को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और गुरुग्राम स्थित ट्विटर इंडिया के दफ्तर पहुंची है। बता दें कि स्पेशल सेल की टीम टूल किट मामले की जांच को लेकर Twitter के दफ्तर पहुंची है। साथ ही जानकारी मिली है कि गुरग्राम के Twitter के दफ्तर पर भी स्पेशल टीम पहुंचने वाली है। यानी कि एक साथ Twitter के 2 दफ्तर पर स्पेशल सेल जांच के लिए पहुंची है।
जानकारी के मुताबिक टीम के अधिकारी टूलकिट मामले में ट्विटर के दफ्तरों पर छापेमारी कर रहे हैं। इससे दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने टूलकिट मामले में ट्विटर इंडिया के प्रमुख मनीष माहेश्वरी को नोटिस भेजा था। दिल्ली पुलिस का कहना है कि वो एक शिकायत पर जांच कर रही है, जिसमें ट्विटर से संबित पात्रा के ट्वीट को मैनुपुलेटिव फ्लैग करने पर सफाई मांगी गई है।
आपको बता दें कि इस टूलकिट विवाद ने तूल तब पकड़ा था जब संबित की तरफ से कह दिया गया कि कांग्रेस ने एक ऐसी टूलकिट बनाई गई है जिसके जरिए मोदी सरकार को बदनाम करने का काम हो रहा है। साथ ही ट्वीट कर संबित ने तब राहुल गांधी पर भी निशाना साधा था। उन्होंने दावा किया था कि राहुल लगातार कोरोना को लेकर जो भी ट्वीट करते हैं, वो जिस अंदाज में पीएम मोदी पर हमला करते हैं, वो सब कांग्रेस की टूलकिट का हिस्सा है।
टूलकिट मामला: कांग्रेस और भाजपा एक दूसरे के खिलाफ आक्रामक
Toolkit Case : देश में कोरोनावायरस के संकट के साथ-साथ टूलकिट मामले ने भी तूल पकड़ा हुआ है। कांग्रेस (Congress) व भाजपा (BJP) के नेता इस मामले में एक दूसरे को घेरने की कोशिश कर रहे हैं तो वहीं ट्विटर (Twitter) पर भी सत्ता पक्ष के नेताओं के द्वारा सवाल उठाए जा रहे हैं।
टूलकिट मामले में दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज कराने के 2 दिन बाद ही कांग्रेस पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी के कई नेताओं को घेरने की कोशिश की और ट्विटर को इनके खातों को बंद करने के लिए पत्र लिख दिया। उधर ट्विटर ने भी संबित पात्रा (Sambit Patra) के ट्वीट पर मैनिपुलेटेड मीडिया (Manipulated Media) का टैग लगा दिया है, जिसको लेकर भाजपा नेताओं के साथ साथ सरकार ने भी आपत्ति जतायी है और ट्विटर पर सवाल दागा है।
इन नेताओं पर निशाना
इसके पहले इस मामले में कांग्रेस पार्टी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कर जेपी नड्डा और स्मृति ईरानी के अलावा भाजपा महासचिव बी एल संतोष और प्रवक्ता संबित पात्रा पर कथित तौर पर दस्तावेजों की जालसाजी का आरोप लगाते हुए गुरुवार को ट्विटर को पत्र लिखा और कहा कि चार भाजपा नेताओं और पार्टी के अन्य पदाधिकारियों के ट्विटर हैंडल को स्थायी रूप से निलंबित कर दिया जाय। कांग्रेस ने इन सभी पर जाली दस्तावेज साझा करने का सनसनीखेज आरोप लगाया था।
फिलहाल इस मामले में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने इस पर रिएक्शन देते हुए ट्विटर को भी वामपंथी करार दिया है और भारतीय राजनेताओं द्वारा किए ट्वीट पर मैनिपुलेटेड मीडिया का टैग लगाए जाने पर आपत्ति दर्ज कराई है। सरकार का कहना है कि ऐसा करके ट्विटर न केवल अपनी विश्वसनीयता को कमजोर कर रहा है, बल्कि अपनी स्थिति पर भी सवालिया निशान खड़ा करा रहा है। इस मामले में सरकार ने ट्विटर से अपनी निष्पक्षता और समानता बरकरार रखने की अपील की है।
इस मामले में खुद टिप्पणी करते हुए भारतीय जनता पार्टी के नेता और प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा है कि ट्विटर लेफ्ट बायस्ड है। यह बात खुद टि्वटर के सीईओ भी मानते हैं।
पिछले कई दिनों से कांग्रेस पार्टी इस मामले को गरमाए हुए है। कांग्रेस ने कहा कि भाजपा केंद्र सरकार की विफलता पर पर्दा डालने के लिए इस प्रकार की भ्रामक बातें सोशल मीडिया पर फैलाने की कोशिश कर रही है। इसलिए इन भाजपा नेताओं पर आपराधिक कार्रवाई की जानी चाहिए। पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने जोर देते हुए कहा कि भाजपा नेताओं की यह जालसाजी सफल नहीं होगी और उन्हें जेल जाना होगा।
क्या है पूरा मामला
आपको याद होगा कि भाजपा के तेज तर्रार प्रवक्ता कहे जाने वाले संबित पात्रा ने बुधवार को दावा किया था कि कोरोना संक्रमण के इस दौर में राजनीतिक लाभ लेने के लिए कांग्रेस ने एक टूलकिट तैयार किया है। कांग्रेस इसी का उपयोग करके प्रधानमंत्री की छवि धूमिल करने का प्रयास कर रही है। संबित पात्रा ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा था कि कोरोना के मुश्किल भरे समय में देश की मदद की बजाए, कांग्रेस पूरे विश्व में भारत को बदनाम करने की साजिश कर रही है।