Zakir Naik IRF ban : कट्टरपंथी मुस्लिम धर्मगुरू जाकिर नाइक पर कसा शिकंजा, IRF गैरकानूनी संगठन घोषित
Zakir Naik IRF ban : कट्टर इस्लामिक धर्मगुरु जाकिर नाइक के संस्था इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (Islamic Research Foundation) पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 5 साल के लिए बैन लगा दिया है।
Zakir Naik IRF ban: इस्लाम की कट्टर व्याख्या करने वाले विवादास्पद धर्मगुरू जाकिर नाइक (Zakir Naik) को बड़ा झटका लगा है। भारत में उसकी गतिविधियों को नियंत्रित करने के लिए केंद्र सरकार ने उसकी संस्था इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (Islamic Research Foundation) पर पांच साल के लिए बैन लगा दिया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि जाकिर नाइक मुस्लिम युवाओं को कट्टरपंथ के रास्ते पर चलने के लिए प्ररित करता था। वो अपने कार्यक्रमों के द्वारा मुस्लिम युवाओं को ब्रेनवॉश करता था। नाइक मुस्लिम युवाओं के सामने घोषित खतरनाक आतंकवादियों का यशगान करता था, और युवाओं को इसी राह पर चलने की प्रेरणा देता था। लिहाजा उसकी संस्था इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (IRF) को गैरकानूनी घोषित किया जाता है।
गृह मंत्रालय ने जारी की अधिसूचना
केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा जारी अधिसूचना में कट्टरपंथी मुस्लिम धर्मगुरू जाकिर नाइक पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। प्रतिबंधित आतंकवादियों का अपने भाषणों में वो इस तरह गुणगान किया करता था कि जिससे मुस्लिम युवा अधिक से अधिक संख्या में उस आतंकवादी के बारे में जानने के लिए प्रेरित हों। जाकिर नाइक का मानना था कि हर मुसलमान को आतंकवादी होना चाहिए। वो आतंकवादियों द्वारा किए जाने वाले बम धमाकों की तारीफ किया करता था और इसे इस प्रकार मुस्लिम युवाओं के सामने पेश करता था, जिससे वे आसानी से उनकी ओर आकर्षित हो सके। यही वजह है कि बड़ी संख्या में मुस्लिम युवा आतंकवादियों की तरफ सहानुभूति रखने लगे।
नाइक मुस्लिम युवाओं के जेहन में अन्य धर्मों के प्रति नफरत पैदा करने की कोशिश करता था। वो जबरन धर्म परिवर्तन की भी वकालत करता था। गृह मंत्रालय द्वारा जारी अधिसूचना में बताया गया है कि गुजरात, कर्नाटक, जम्मू और कश्मीर, झारखंड, केरल, महाराष्ट्र और ओडिशा में आईआरएफ, उसके सदस्यों और सहानुभूति रखने वालों की गैरकानूनी गतिविधियां देखी गईं। लिहाजा उसकी संस्था पर 5 साल का बैन लगाने का निर्णय लिया गया है।
जाकिर नाइक के हैं करोड़ों प्रशंसक
कट्टरपंथी मुस्लिम धर्मगुरू जाकिर नाइक के दुनियाभर में करोडों प्रशंसक हैं। उसके भाषणों को भारत के अलावा विदेशों में भी खूब सुना जाता है। नाइक के भाषण धार्मिक समूहों के बीच नफरत और दुश्मनी को बढ़ावा देते हैं। जम्मू कश्मीर में जाकिर के बयानों को यूट्यूब पर सबसे ज्यादा सर्च किया जाता है। इसके बाद मेघालय, असम, पश्चिम बंगाल और मणिपुर में यूट्यूब पर जाकिर को सबसे ज्यादा सर्च किया जा रहा है।
नाइक का चैनल इन देशों में है प्रतिबंधित
जाकिर नाइक के एनजीओ पर भारत सरकार ने 2016 में प्रतिबंध लगाया था। जांच शुरू होने से पहले वो मलेशिया फरार हो गया, तब से वो भारत नहीं आया है। प्रभावी धर्मगुरू होने के नाते सियासी गलियारे में भी उसकी अच्छी पहुंच रही है। जाकिर नाइक का सबसे बड़ा हथियार उसके दो टीवी चैनल हैं। वो पीस टीवी औऱ पीसी टीवी उर्दू नाम से दो टेलीविजन चलाता है, जिसमें जमकर कट्टरपंथ औऱ नफरत परोसा जाता है। यही कारण है कि उसके ये चैनल भारत के अलावा अन्य देशों में भी बैन किया जा चुके हैं, जिनमें मुस्लिम देश भी शामिल हैं। नाइक का टेलीविजन भारत के अलावा बांग्लादेश, कनाडा , यूके और श्रीलंका में प्रतिबंधित है।