टैटू बनवाकर लूट! MP से गाजियाबाद तक सफर और अमावस्या पर घर वापसी, इस गैंग का कारनामा कर देगा हैरान

Ghaziabad Crime News: तीन बदमाशों ने पहले मध्य प्रदेश से गाजियाबाद तक का सफर पूरा किया और फिर वारदात को अंजाम देने के लिए खास तरह के टैटू अपने शरीर पर बनवाएं। अपराध करने का यह तरीका जानकर पुलिस भी हैरान है।

Report :  Bobby Goswami
Published By :  Ashiki
Update: 2021-07-05 02:23 GMT
एक आरोपी को गिरफ्तार कर ले जाती पुलिस (Photo-Social Media)

Ghaziabad: तीन बदमाशों ने पहले मध्य प्रदेश से गाजियाबाद तक का सफर पूरा किया और फिर वारदात को अंजाम देने के लिए खास तरह के टैटू अपने शरीर पर बनवाएं। अपराध करने का यह तरीका जानकर पुलिस भी हैरान है। वापस लौटने के लिए यह बदमाश अमावस्या का इंतजार कर रहे थे। मामला गाजियाबाद से तब सामने आया,जब पुलिस पर तीन बदमाशों ने गोली चला दी,और पुलिस ने भी गोली चलाई।आगे क्या हुआ,जानने के लिए बने रहिए हमारे साथ।

करण और उसके दो साथी पकड़े गए

दरअसल ये पूरा मामला गाजियाबाद के कविनगर थाना क्षेत्र के अवंतिका इलाके में सामने आया है। रविवार की रात पुलिस को सूचना मिली थी कि लूट की किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए बदमाश इलाके में घूम रहे हैं। पुलिस ने चेकिंग शुरू की तो रेलवे लाइन के किनारे तीन संदिग्ध पुलिस को घूमते हुए मिले।जैसे ही उनसे पूछताछ की जाती, उससे पहले ही उन्होंने पुलिस पर गोली चला दी, जिसमें एक पुलिसकर्मी घायल हो गया। पुलिस ने भी गोली चलाई जिसमें करण नाम का बदमाश घायल हुआ है। और उसके 2 साथी भी पुलिस ने पकड़ लिए। करण और घायल पुलिसकर्मी को अस्पताल में एडमिट कराया गया है। बाकी दो साथियों से पूछताछ की गई तो चौंकाने वाले खुलासे हुए।


टैटू बनवाकर होती थी वारदात, अमावस्या की रात का इंतजार

पुलिस ने तीनों आरोपियों से दो तमंचे और कुछ औजार बरामद किए हैं। इसके अलावा आरोपियों से टैटू बनाने वाली मशीन भी बरामद की गई है। पुलिस के मुताबिक तीनों आरोपी मध्य प्रदेश से एनसीआर में सिर्फ लूट और चोरी की वारदात अंजाम देने के लिए आते थे। पूरे साल लूट और चोरी करके उससे कमाया गया धन मध्य प्रदेश भेज देते थे और अमावस्या को अपने घर वापस लौट जाते थे। इस गैंग के लोग घुमंतू प्रजाति से आते हैं। लूट के लिए घर में घुसने से पहले ही अपने बदन के सभी कपड़े उतार देते थे और अपने शरीर पर खास तरह के टैटू बनवा लेते थे।

समय-समय पर टैटू को बदल दिया करते थे।ऐसा करने के पीछे उनका मकसद यह होता था कि पीड़ित अगर इनके शरीर का टैटू देख ले, तो वह उसका उल्लेख पुलिस के सामने कर देता था।लेकिन उन्हें पता था कि जब पुलिस पकड़ेगी तो इनके शरीर पर वह टैटू नहीं होगा। उसकी जगह दूसरा टैटू बना लिया गया होगा। जिससे इनके खिलाफ सबूत नहीं मिल पाएगा। अब तक यह बदमाश दर्जनों आपराधिक वारदातें अंजाम दे चुके हैं। पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि अमावस्या पर ये अपने घर वापस क्यों जाते थे।

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