Hathras: नाती ने ही गोली मार कर की थी वृद्ध की हत्या, पुलिस ने दो बाल अपचारी किए गिरफ्तार
Hathras: हाथरस के थाना सादाबाद क्षेत्र के गांव बेदई में हुई गोली मारकर हत्या का पुलिस ने खुलासा किया। इस मामले में दो बाल अपचारी गिरफ्तार किए।
Hathras: हाथरस के थाना सादाबाद क्षेत्र (Thana Sadabad Area) के गांव बेदई में हुई गोली मारकर हत्या का पुलिस ने खुलासा किया। बसीयत अपने दूसरे बेटे व उसके बेटों के नाम करने से गुस्साए बड़े बेटे ने अपने दोस्त के साथ मिलकर वृद्ध की घटना को अंजाम दिया। पुलिस ने वृद्ध की हत्या का पर्दाफाश किया।
10 अगस्त 2022 को थाना सादाबाद (Thana Sadabad Area) के ग्राम बेदई में रात में 75 वर्षीय उदयवीर सिंह पुत्र पंचम सिंह अपने घर के बरामदे में सो रहे थे, जिनकी अज्ञात लोगों के द्वारा गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। शव का पोस्टमार्टम कराया गया था। फोरेंसिक टीम एवं डॉग स्क्वायड टीम द्वारा भी मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया गया। घटना के सम्बन्ध में परिजनों से प्राप्त लिखित तहरीर के आधार पर थाना सादाबाद पर सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत किया गया ।
घटना के खुलासे में लगी पुलिस
पुलिस अधीक्षक देवेश कुमार पाण्डेय (Superintendent of Police Devesh Kumar Pandey) द्वारा अपर पुलिस अधीक्षक प्रकाश कुमार (Additional Superintendent of Police Prakash Kumar) के निर्देशन में क्षेत्राधिकारी सादाबाद के नेतृत्व में टीमों का गठन किया गया। विवेचक को सभी पहलुओं पर गहनता से विवेचना करते हुये घटना का शीघ्र सफल अनावरण करने हेतु निर्देशित किया गया, जिनके कठिन परिश्रम व अथक प्रयासोपरान्त विवेचना के मध्य संकलित साक्ष्यों, धरातलीय अभिसंकलन व वैज्ञानिक तथ्यों की मदद से घटना का सफल अनावरण करते हुए वास्तविक तथ्यों के आधार पर प्रकाश में आये 2 किशोर अपचारियों को चैकिंग के दौरान मुखबिर की सटीक सूचना पर गांव बेदई को जाने वाले कच्चे रास्ते पर बने शहीद गेट के पास से गिरफ्तार कर लिया गया। उनके पास से घटना में प्रयोग किया गया एक तमंचा 315 बोर व दो जिन्दा कारतूस 315 बोर एवं एक बाइक, दूसरे किशोर अपचारी से एक तमंचा व दो जिन्दा कारतूस 315 बोर बरामद किया गया।
घटना को गिरफ्तार किशोरों ने किया स्वीकार
पूछताछ पर किशोर अपचारी द्वारा बताया गया कि उसके पिता की मृत्यु के बाद उसके चाचा व बाबा ने उनको घर से बाहर निकाल दिया था। जिसके बाद से वह आगरा में अपनी ननिहाल में रहने लगे। मेरे बाबा उदयवीर सिंह ने एक वसीयत वर्ष-2009 में की थी। जिसमें मेरे चाचा के दोनों लडकों और बाल अपचारी व उसके भाई का बराबर बराबर हिस्सा दिया था, लेकिन जमीन पर कब्जा नहीं दिया गया। जनवरी 2022 में मृतक ने पुरानी वसीयत खत्म करके एक नई वसीयत कर दी और चाचा व उनके दोनों लडको के नाम सारी जमीन कर दी व मई 2022 में मृतक ने फिर से वसीयत निरस्त की और सारी जमीन फिर से चाचा के दोनों लड़को व हत्याभियुक्त व उसके भाई के नाम कर दी।
1 अगस्त 2022 को मृतक फिर से वसीयत निरस्त करके चाचा के लड़कों के नाम करना चाह रहे थे, जिस पर अभियुक्त को गुस्सा आया और वह अपनी मां के साथ उसी दिन सादाबाद तहसील आया, वसीयत निरस्त नहीं होने दी, लेकिन निरस्त होने का खतरा तो बना हुआ था। इस पर किशोर ने अपने बाबा की हत्या करने का प्लान बनाया और 9 अगस्त की रात वह अपने दोस्त को अपने साथ लेकर योजना के मुताबिक गांव पहुंच गया। वह बाइक से बाबा के घर के पास मन्दिर के सामने उतर कर सीधे अपने बाबा के घर गया। बाबा अकेले खाट पर लेटे हुए, फायर कर दिया आवाज हुई, फायर मिस हो गया। इतने में बाबा खटिया पर उठ बैठ गये। नाती ने फिर से तमंचा लोड किया और अपने बाबा पर गोली चला दी। जिससे उसकी मौत हो गई। अभियुकत ने बताया कि बाबा ने उनको दाने-दाने को मोहताज कर रखा था। इसलिए अपने बाबा की गोली मार कर हत्या कर दी।