कानपुर: जिन्दा नवजात बच्ची को जब पिता ने नहर में फेंका होगा तो बच्ची के मन यह सवाल जरूर उठा होगा। पापा इसमें मेरा कसूर क्या है। लेकिन पिता का दिल नहीं पसीजा और उसने नवजात बच्ची को जिंदा जल समाधि दे दी। स्थानीय लोगों ने आरोपी पिता को कानपुर सेन्ट्रल स्टेशन से पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया।
इस सिर फिरे पिता का कहना था कि 8 माह पहले मेरी शादी हुयी है और शादी के 8 महीने के अंदर बच्ची कैसे जन्म ले सकती है। यह बच्ची मेरी नहीं है। जन्म के एक घंटे बाद ही बच्ची के पिता ने उसे नहर में फेंक कर मौत की नींद सुला दिया।
ये है मामला
नौबस्ता थाना क्षेत्र स्थित संजय नगर कच्ची बस्ती में रहने वाले नव दम्पति संदीप और नेहा डेढ़ माह पूर्व पटना से रहने के लिए कानपुर आये थे। संदीप और नेहा दोनों बिहार के रहने वाले हैं और 8 महीने पूर्व ही इनकी शादी हुई थी। नेहा और संदीप के माता पिता बिहार में रहते हैं। संदीप के मामा राजेंद्र प्रसाद ने संजय नगर कच्ची बस्ती में किराये का कमरा रहने के लिए दिलाया था।
बीते शनिवार देर रात लगभग 12 बजे नेहा को लेबर पेन हुआ। आसपास की महिलाओं ने नेहा की डिलीवरी करायी और नेहा ने रात 1 बजे लगभग बच्ची को जन्म दिया। जब नेहा के पति संदीप को जानकारी हुई कि बेटी पैदा हुई है तो वो महिलाओं के हाथ से बच्ची को छीन कर भाग गया। जब स्थानीय लोगों ने संदीप का पीछा किया तो उसके हाथ में बच्ची नहीं थी।
इसकी जानकारी जब संदीप के मामा राजेंद्र प्रसाद को हुई तो स्थानीय लोगों को लेकर सेन्ट्रल स्टेशन पहुंचे और वहाँ से संदीप को दबोच लिया। पकड़ कर संदीप को थाने ले आये, जहां संदीप ने बताया कि बच्ची को नहर में फेंक दिया है। रविवार दोपहर नहर में पुलिस ने गोताखोरों की मदद से बच्ची के शव को बरामद कर लिया है। पुलिस ने बच्ची के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
संदीप ने बताया कि मेरी शादी आठ माह पहले हुई थी और इतनी कम समय में बच्ची कैसे जन्म ले सकती है। यह बच्ची मेरी नहीं। इसलिए उसको रास्ते से हटा दिया है। वही नेहा का कहना है कि संदीप कहता था कि मुझे बच्चे नहीं चाहिए। उसको बच्चों से चिढ़ थी। नेहा ने बताया कि वो कहता था कि मै बच्चा नही चाहता हूँ। चाहे वो लड़का हो या फिर लड़की हो।
आरोपी के मामा ने दी तहरीर
संदीप के मामा राजेंद्र का कहना है कि मैंने संदीप के खिलाफ थाने में तहरीर दी है। उसने ऐसा गुनाह किया है। जिसकी सजा उसे मिलनी चाहिए। अब उसने बच्ची को किस वजह से नहर में फेंका है। इसकी जानकारी मुझे नहीं है। बच्ची के शव को पुलिस ने गोताखोरों की मदद से बरामद कर लिया है।
सीओ गोविन्द नगर आर के चतुर्वेदी के मुताबिक एक शख्स ने अपनी नवजात बच्ची को जन्म के बाद नहर में फेका था। उसको हिरासत में ले लिया गया है। इस प्रकरण में यह बात सामने आई है कि आरोपी की शादी 8 महीने पहले हुयी थी। इसके साथ ही बच्ची ने 8 महीने में जन्म लिया तो उसे शक था कि यह बच्ची उसकी नहीं है। जिसकी वजह से उसने इस घटना को अंजाम दिया है।