Sitapur: अश्लील कमेंट करते थे अस्पताल के तीन वॉर्ड ब्वॉय, परेशान नर्स ने खाई नींद की गोलियां
Sitapur: छेड़छाड़ से परेशान होकर एक ट्रेनी नर्स ने नींद की गोलियां खाकर अपनी जान देने की कोशिश की।;
Sitapur: यूपी के सीतापुर (Sitapur) जिले में एक शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां पर 3 वार्ड बॉय पर कथित तौर पर जिला अस्पताल की एक नर्स के साथ छेड़छाड़ करने का आरोप है। छेड़छाड़ (Molestation) से परेशान होकर एक ट्रेनी नर्स ने नींद की गोलियां (Nurse Consumed Sleeping Pills) खाकर अपनी जान देने की कोशिश की।
मामला सीतापुर जिला अस्पातल (Sitapur District Hospital) का है। यहां के तीन वार्ड बॉय ट्रेनी नर्स के साथ छेड़छाड़ करते थे, उसपर अश्लील कमेंट करते थे। जिससे परेशान होकर ट्रेनी नर्स ने ऐसा कदम उठाया। वहीं सीतापुर के सर्कल अधिकारी पीयूष के सिंह के मुताबिक नर्स ने नींद की गोलियां (Sleeping Pills) खा ली थी। अब उसकी हालत स्थिर है। उन्होंने बताया कि तीनों आरोपी वार्ड बॉय को गिरफ्तार कर लिया गया है। सभी से पूछताछ की जा रही है। बताया जा रहा है कि वार्ड बॉय लगातार नर्स को परेशान कर रहे थे वह उस पर अश्लील कमेंट भी करते थे, जिससे वह कई दिनों से परेशान थी।
लगातार कर रहे थे प्रताड़ित
जानकारी के अनुसार 25 साल की युवती ने नर्सिंग का कोर्स किया हुआ था और वह सीतापुर के एक मोहल्ले में रहती थी। युवती फिलहाल जिला अस्पताल में ट्रेनिंग कर रही थी। बुधवार को अस्पताल से जब वह अपने घर आई तो उसने कई नींद की गोलियां खा ली जिसके बाद उसकी हालत बिगड़ने लगी। इससे पहले की परिजनों को कुछ पता चलता वो उसे तुरंत लेकर जिला अस्पताल पहुंचे जहां डॉक्टरों ने उसका इलाज शुरू किया। फिलहाल नर्स की हालत खतरे से बाहर है। बताया जा रहा है कि अस्पताल के तीन वॉर्ड बॉय नर्स को लगातार प्रताड़ित कर रहे थे। उसके साथ छेड़छाड़ की जा रही थी, जिससे परेशान होकर उसने आत्महत्या करने की कोशिश की। नर्स ने परेशान होकर नींद की गोलियां खा ली थी।
आरोपी तीनों वॉर्ड बॉय गिरफ्तार
सर्किल ऑफिसर पीयूष के. सिंह के मुताबिक आरोपियों को पूछताछ के लिए गिरफ्तार कर लिया गया है। तीनों आरोपी युवती को लगातार परेशान करते थे और कभी हाथ पकड़ लेते थे तो कभी अश्लील कमेंट करते थे। जब युवती ने इस बात का विरोध किया तो वो उल्टा धमकी दने लगे, जिसके बाद परेशान होकर युवती ने यह कदम उठाया। तीनों आरोपी वॉर्ड ब्वॉय के रूप में अस्पताल में काम करते हैं। वहीं अस्पताल का कहना है कि तीनों आरोपी एनएचएम के तहत संविदा पर काम करते हैं।