महाराजगंज: उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिला निवासी दिव्यांग जगरनाथ उपाध्याय ने खुद (Suicide) को आग लगा ली, जिसके बाद गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान उनकी मंगलवार सुबह मौत हो गयी। मृतक के परिजनों का आरोप है कि एक मामूली विवाद के बाद पुलिस उसे थाने ले गयी थी और जहां दारोगा ने उसकी जूते से पिटाई कर दी। इसी से आहत होकर पीड़ित ने पेट्रोल डालकर खुद को आग लगा ली। हालाँकि इन आरोपों को एसपी ने निराधार बताया है।
पुलिस पर दिव्यांग की पिटाई का आरोप:
मामला, महाराजगंज जिले के ग्राम शीतलापुर निवासी दिव्यांग जगरनाथ उपाध्याय से जुड़ा हुआ है। मृतक दिव्यांग के भाई अमरनाथ का आरोप है कि जगरनाथ का सोमवार सुबह पड़ोस की एक महिला से मामूली विवाद हो गया। जिसके बाद महिला ने मारपीट का आरोप लगाते हुए थाने में तहरीर दे दी।
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पिटाई से आहत दिव्यांग ने खुद को लगाई आग:
आरोप है कि पुलिस ने जगरनाथ को थाने बुलाकर उसकी पिटाई कर दी। एक दारोगा ने तो जगरनाथ की जूतों से पिटाई की। घटना से आहत जगरनाथ ने शाम को घर पहुंच कर अपने ऊपर पेट्रोल डालकर आग लगा दी, जिसके बाद आनन फानन में उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां उनकी आज मौत हो गयी।
दारोगा ने आरोपों को बताया निराधार, एसपी ने दिए जांच के आदेश:
वहीं इन आरोपों को निराधार बताते हुए थाना प्रभारी निरीक्षक बिहागड़ सिंह ने कहा कि दिव्यांग को थाने बुलाकर केवल समझाया गया था। मामले की जानकारी पुलिस अधीक्षक रोहित सिंह सजवान तक पहुंची तो उन्होंने जांच के निर्देश देते हुए बताया शुरूआती जांच में दो पक्षों के बीच विवाद का मामला सामने आया है और दिव्यांग की पिटाई के मामले में आरोपी महिला को हिरासत में लेकर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गयी है।