कानपुर: ब्लू व्हेल गेम आजकल बच्चों को बुरी तरह अपनी चपेट में ले रहा है। इसी गेम का टास्क पूरा कर चुके 11वीं के छात्र को सुसाइड नोट लिखते स्कूल में टीचर ने पकड़ लिया। जब उन्होंने सुसाइड नोट देखा तो उनके होश उड़ गए, वह बच्चे को लेकर प्रिंसिपल रूम में गए। जब प्रिंसिपल व टीचर ने इसकी वजह पूछा तो उसने बताया कि ब्लू व्हेल गेम का लास्ट स्टेज के करीब हूं। स्कूल प्रशासन सकते में आ गया। फ़ौरन छात्र के परिजनों को बुलाया और पूरे घटना क्रम की जानकारी दी। बच्चे के परिजनों को तो यह तक नहीं पता था कि ब्लू व्हेल गेम है क्या?
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क्या है पूरा मामला
बर्रा थाना क्षेत्र के जरौली फेस टू में रहने वाले हरिनारायण कनौजिया सिंचाई विभाग में क्लर्क के पद पर तैनात है। परिवार में पत्नी अनीता बेटे रोहित, मोहित, सुशील के साथ रहते हैं। सुशील सरदार पटेल इंटर कालेज में 11वीं का स्टूडेंट है। जानकारी के मुताबिक सुशील के पड़ोसी अतुल में रात में ट्यूशन पढ़ाते हैं और उसी के घर पर सोते हैं। रात के वक्त सुशील अतुल का मोबाइल लेकर गेम खेलता था। लेकिन किसी को नहीं पता चला कि वह मोबाइल पर ब्लू व्हेल गेम कब खेलने लगा?
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बीते बुधवार को सुशील हिंदी के पीरियड में क्लास में बैठकर सुसाइड नोट लिख रहा था। तभी अचानक हिंदी के टीचर ब्रजेश कुमार की नजर सुशील पर पड़ी, उन्होंने जब जाकर चेक किया तो सुसाइड नोट देख उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। फ़ौरन सुशील को लेकर प्रिंसिपल रूम पहुंचे और कालेज के प्रिंसिपल अरुण पटेल को घटना की जानकारी दी।
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जब प्रिंसिपल ने प्यार से उससे पूछा तो उसने बताया कि मैं ब्लू व्हेल गेम खेल रहा हूं और मैं फाइनल स्टेज पर हूं। यह सुनकर वह हक्के बक्के रह गए उन्होंने बच्चे के पैरेंट्स को स्कूल बुलाया। पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। साथ उन्होंने बताया सुशील कुछ दिनों से परेशान था और उसका पढ़ाई में मन नहीं लग रहा था।
क्या लिखा छात्र ने सुसाइड नोट में
ब्लू व्हेल गेम रहे छात्र सुशील ने सुसाइड नोट में लिखा कि मेरे मम्मी पापा मुझे लाइक नहीं करते हैं। मैं घर से भाग जाऊंगा और सुसाइड कर लूंगा।
क्या कहना है छात्र के पिता का
बच्चे के पिता हरिनारायण के मुताबिक यह कई दिनों से घर पर शांत रहता था किसी से बात भी नहीं करता था। इसके साथ ही ठीक से खाना भी नहीं खा रहा था और इसके चेहरे के एक्सप्रेशन भी अजीब से थे। उन्होंने बताया कि यह हाई स्कूल में यह बहुत अच्छे नंबरों से पास किया था।
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इसी वजह से हमने सोचा था अतुल घर में आ कर इसको पढ़ाएगा। लेकिन मुझे क्या पता था कि मोबाइल में गेम खेलने के बहने यह सब कर रहा है। लेकिन यह ब्लू व्हेल गेम क्या इसकी जानकारी मुझे भी नहीं है कि यह इतना खतरनाक गेम है।
सुशील ने मेरे दोस्त उत्कर्ष ने मुझे इस गेम के विषय में बताया था। जब मैं यह गेम खेलता था मुझे अजीब सा महसूस होता था। अगली स्टेज का कोड पाने के लिए मैं कुछ भी करने लगता था। एक रात की बात है मैं खेल रहा था तभी विडिओ में मुझे हाथ कट करने लिए कहा गया। लेकिन उस रात मुझे ब्लेड नहीं मिली तो मैंने स्केज पेन स्क्रेच कट किया, जिसमें व्हेल की आकृति उभर कर आ गई।
स्कूल के प्रिंसिपल ने बताया कि इस घटना की जानकारी मैंने डिएम सुरेन्द्र सिंह, एसएसपी सोनिया सिंह और डीआईओएस को डाक द्वारा दी है।