Umesh Pal Murder Case: साबरमती जेल में अतीक अहमद से पूछताछ कर रही यूपी पुलिस, माफिया को प्रयागराज लाने की हो रही तैयारी

Umesh Pal Murder Case: यूपी पुलिस की एक टीम रविवार को अहमदाबाद स्थित साबरमती सेंट्रल पहुंच गई है। यूपी पुलिस के सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि पूर्व बाहुबली सांसद को प्रयागराज लाने की तैयारी है।

Update:2023-03-26 12:24 IST
माफिया अतीक अहमद (फोटो: सोशल मीडिया)

Umesh Pal Murder Case: उमेश पाल हत्याकांड को लेकर पूछताछ करने के लिए यूपी पुलिस ने माफिया अतीक अहमद के दरवाजे पर दस्तक दे दी है। यूपी पुलिस की एक टीम रविवार को अहमदाबाद स्थित साबरमती सेंट्रल पहुंच गई है। जानकारी के मुताबिक, कुख्यात माफिया से पुलिस अधिकारी हत्याकांड को लेकर पूछताछ शुरू कर चुके हैं। यूपी पुलिस के सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि पूर्व बाहुबली सांसद को प्रयागराज लाने की तैयारी है। सवाल-जवाब के बाद उसे ट्रांसफर वारंट पर यूपी लाया जा सकता है।

माफिया को सड़क मार्ग से ही प्रयागराज लाया जाएगा। इससे पहले शुक्रवार को गुजरात पुलिस के वरीय अधिकारियों ने 1700 पुलिसकर्मियों के साथ बड़े पैमाने पर जेलों में सर्च ऑपरेशन चलाया था। इस दौरान अतीक अहमद के सेल की भी तलाशी ली गई थी। दरअसल, यूपी पुलिस को ऐसी आशंका है कि गुजरात के जेल में बंद अतीक ने वहीं से उमेश पाल की हत्या की साजिश रची थी और फोन के जरिए इसे अंजाम दिलवाया था।

कोर्ट के आदेश पर यूपी से बाहर हुआ था शिफ्ट

माफिया अतीक अहमद को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद उत्तर प्रदेश से बाहर गुजरात के अहमदाबाद स्थित साबरमती जेल में ट्रांसफर किया गया था। शीर्ष अदालत ने 22 अप्रैल 2019 को आदेश दिया था कि अतीक को देवरिया जेल से गुजरात में उच्च सुरक्षा वाली जेल में शिफ्ट किया जाए। दरअसल, यूपी में जेल में बंद होने के बावजूद अतीक का आतंक बाहर खत्म नहीं हुआ था। वो जेल से ही धमकी, अपहरण और फिरौती मांगने जैसे अन्य वारदातों को अंजाम देता था। उसपर जेल से ही रियल एस्टेट कारोबारी मोहित जायसवाल के अपहरण और हमले की साजिश रचने का आरोप लगा था।

उमेश पाल हत्याकांड में नामजद आरोपी बनाए जाने के बाद उसने अपनी जान को खतरा बताया था। उसने अपने वकील के जरिए बकायदा कोर्ट में एक याचिका दायर कर इसकी आशंका जाहिर की थी। उसने कहा था कि वह गुजरात की जेल से यूपी नहीं जाना चाहता। इसके पीछे उसने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मिट्टी में मिलाने वाले बयान और अन्य मंत्रियों के गाड़ी पलटने वाले बयान का हवाला दिया था। हालांकि, उसे अदालत से इस मामले में कोई राहत नहीं मिल सकी थी।

बता दें कि 24 फरवरी की शाम प्रयागराज में उमेश पाल की हत्या उनके घर के बाहर कर दी गई थी। उनपर हुए हमले में उनके दो सरकारी गनर भी मारे गए थे। इस हत्याकांड को माफिया अतीक अहमद इशारे पर अंजाम दिया गया था। पाल पर गोली चलाने वालों में अतीक का तीसरा बेटा असद भी शामिल है, जो फिलहाल फरार चल रहा है। इसके अलावा उसकी पत्नी शाइस्ता परवीन भी फरार चल रही है।

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