कानपुर : आईआईटी कानपुर में इस वर्ष बीटेक और बीएस के टोटल 900 छात्र-छात्राओं का एडमिशन हुआ है। इसके मद्देनजर नए छात्र-छात्राओं के लिए यहां शनिवार को ओरिएंटेशन प्रोग्राम का आयोजन भी किया गया, ओरिएंटेशन प्रोग्राम के पहले दिन प्रोफेसरों ने स्टूडेंट के पैरेंट्स से भी सीधा संवाद किया और उनके मन में उठने वाले तमाम सवालों का जवाब दिया।
इसके साथ ही स्टूडेंट के आईआईटी के कल्चर और वहां के तौर तरीकों को समझाया गया। इस प्रोग्राम की सबसे आकर्षक बात जो रही वो थी Y-18 का सिम्बल। बता दें कि वाई-18 सिम्बल इस बात को दर्शाता है 2018 के इस सत्र की शुरुआत हो चुकी है। यह सिम्बल नए स्टूडेंट ने कतार बद्ध तरीके से खड़े होकर आईआईटी कानपुर को समर्पित किया।
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शनिवार का दिन कानपुर आईआईटी के लिए सबसे खास दिनों में एक था, क्योंकि अब 900 स्टूडेंटो का आईआईटी कानपुर चार साल तक नया ठिकाना रहेगा। अपने पैरेंट्स के साथ आये छात्र-छात्राओं ने अपने-अपने डाक्यूमेंट्स वेरीफाई कराने के साथ ही हॉस्टल में शिफ्ट हुए। अपने पैरेंट्स के साथ जरूरत के सामानों की खरीदारी की लेकिन जब पैरेंट्स जाने लगे तो उनकी आँखों में आंसू भी छलक पड़े।
आईआईटी के निदेशक प्रोफ़ेसर करंदीकर ने कहा कि पढाई करते समय बच्चे खुद पर दबाव महसूस करते हैं। उनकी प्रोग्रेस रिपोर्ट बच्चों के पैरेंट्स को भी मुहैया करायी जाती है। इस स्थिति में बच्चों के पैरेंट्स का भी दायित्व होता है कि वह समय-समय पर बच्चों की संवेदनाओ को समझे और उन्हें समझाए। यदि उन्हें किसी प्रकार की कोई भी समस्या नजर आये तो प्रोफ़ेसर या फिर सीधा मुझसे बात करे। इसके साथ ही आईआईटी की तरफ से बच्चों के साथ लगातार काउंसिलिंग की जाती है।