प्रयागराज: इलाहाबाद राज्य विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शनिवार को मेधावी छात्र-छात्राओं को पदक प्रदान किए गए। इस दौरान दीक्षांत समारोह के विशिष्ट अतिथि उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने विश्वविद्यालय का नाम बदलकर प्रयागराज किए जाने को मंजूरी मिलने की उम्मीद जताई। इस कार्यक्रम में प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक भी शामिल हुए।
समारोह में उप दिनेश शर्मा ने कहा, "मैं समझता हूं कि इलाहाबाद राज्य विश्वविद्याल के रूप में इसका यह अंतिम दीक्षांत समारोह होगा। अंतिम का मतलब यह है कि कुलपति द्वारा इसका नाम बदलकर प्रयागराज राज्य विश्वविद्यालय करने का प्रस्ताव सरकार के पास भेजा गया है और राज्यपाल की अनुमति से हम आगे की कार्रवाई करेंगे।"
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उन्होंने कहा, "शिक्षा की गुणवत्ता के लिए सरकार नकल विहीन परीक्षा के लिए कटिबद्ध है और माध्यमिक स्तर की शिक्षा में किए गए उपायों की भांति उच्च शिक्षा के लिए भी प्रक्रिया निर्धारित की है जिसे विश्वविद्याल के कुलपतियों को भेजा गया है। इनमें सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में परीक्षा कराना, परीक्षा केंद्रों का आॅनलाईन निर्धारण आदि शामिल है।"
समारोह को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने कहा, "आज इस समारोह में 95 पदक दिए गए जिसमें से छात्रों को 41 पदक और छात्राओं को 54 पदक मिले हैं। महिला सशक्तिकरण का एक विशेष चित्र इस विश्वविद्यालय में नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों में दिखाई देता है।"
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राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि इस वर्ष 12 लाख 58 हजार छात्रों व छात्राओं को उपाधि प्रदान की गई है। इसमें 56 फीसद उपाधि धारक छात्राएं हैं। इसी तरह इलाहाबाद राज्य विश्वविद्यालय में कुल 92 पदक प्रदान किए गए। पदक पाने वाले छात्रों की संख्या 40 व छात्राओं की संख्या 52 रही है। इस तरह 56.52 फीसद छात्राओं ने पदक पर कब्जा जमाया है। राज्य विश्वविद्यालय में कुल 20542 विद्यार्थियों को उपाधियां प्रदान की गईं। इसमें छात्रों की संख्या 7541 व छात्राओं की 13001 है। यानी उपाधि पाने वालों में 63.28 फीसद छात्राएं हैं। राज्यपाल ने उपाधि प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों से कहा कि जीवन में कभी शॉर्टकट न अपनाएं। प्रमाणिकता, पारदर्शिता के साथ आगे बढ़ें। कड़ी मेहनत करें। असफलता आ सकती है पर हिम्मत न हारो। अपनी कमी को दूर करो सफलता आपके कदम चूमेगी।
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