भारतीय विद्या भवन ने शुरू किया MOOC डाटा एनालिटिक्स प्रोग्राम, भविष्य में व्यावसायिक पेशेवरों में बढ़ेगी डाटा विशेषज्ञ की डिमांड

डेटा विश्लेषण एमओओसी, डेटा विश्लेषकों और पेशेवरों को व्यावसायिक संदर्भ में डेटा को संभालने की व्यापक समझ प्रदान करने में अहम भूमिका निभाएगा ।

Written By :  Garima Shukla
Update:2024-07-18 19:51 IST

Bhartiya vidya bhawan new course : भारतीय विद्या भवन की तरफ से डेटा एनालिसिस के क्षेत्र में एक नयी पहल की गयी है, इस संस्थान से संबंधित एस.पी जैन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड रिसर्च (एसपीजेआईएमआर) कॉलेज ने मैसिव ओपन ऑनलाइन कोर्स (एमओओसी) के अंतर्गत डेटा एनालिसिस प्रोग्राम की शुरआत की है , इस कोर्स के प्रारम्भ होने से ई-लर्निंग और डिजिटल शिक्षाशास्त्र के क्षेत्र में बढ़ावा तो मिलेगा ही इसके साथ ही कैंडिडेट्स को ऑनलाइन कोर्स के अंतर्गत  डाटा संबंधित इस नए प्रोफेशन को विस्तृत तरह से जाने का अवसर मिलेगा। समय की डिमांड के अनुसार ज्यादा से ज्यादा कैंडिडेट तक इस प्रोग्राम की पहुँच बढ़ेगी और व्यवसायिक प्रोफेशनल के लिए ये कोर्स महत्वपूर्ण साबित होगा.

कोर्स से विकसित होगा कौशल 

डेटा विश्लेषण के इस कोर्स को करने के बाद, कंडीडेट मात्रात्मक संबंधित विश्लेषण विधियों में एक्सपर्ट होंगे और विश्वशनीय व्यावसायिक परिणामों केआकलन के लिए सटीक डेटा के महत्व को समझने में सफल होंगे। इस कोर्स की शुरआत SPJIMR द्वारा शुरू किये गए पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन मैनेजमेंट ऑनलाइन (पीजीडीएम ऑनलाइन) कार्यक्रम के अंतर्गत की जा रही है। 

इन स्किल्स से मिलेगी प्रोग्राम को समझने में मदद

1-जो कैंडिडेट डाटा एनालिटिक्स कोर्स करना चाहते हैं उनके पास अगर कुछ जरूरी स्किल्स होती हैं तो उन्हें इसका भरपूर फायदा मिल सकता है। जिन कैंडिडेट की आकलन संबंधी गुणवत्ता मजबूत है वे इसमें बेहतर पढ़ाई कर सकते हैं ,जिन्हें डाटा एनालिटिक्स के लिए आये दिन रोजाना के नई सूचना की जानकारी होगी वो भी इसमें महारत हासिल कर सकते हैं।
 2-एक अच्छे डेटा एनालिटिक्स प्रोफेशनल बनना चाहते हैं तो अभ्यर्थी को मजबूत विश्लेषणात्मक और संख्यात्मक का ज्ञान होना ज़रूरी है। इसके अलावा, किसी को क्वेरीइंग लैंग्वेज, स्क्रिप्टिंग लैंग्वेज , स्टैटिस्टिकल लैंग्वेज और एक्सेल जैसे कंप्यूटर सॉफ़्टवेयर की पूरी पकड़ होनी चाहिए।

भारत ही नहीं विदेश में भी मिलेंगे अवसर 

इस कोर्स को करने के बाद कैंडिडेट को भारत ही नहीं बल्कि बाहर की शीर्ष कंपनियों में भी नौकरिया मिल सकती हैं अगर सिर्फ भारत के शुरूआती सैलरी पैकेज की बात करें तो 5 लाख वार्षिक पैकेज से फ्रेशर्स कैंडिडेट शुरुआत होती है। विदेशो में डॉलर पर ये सैलरी मिलती है .

व्यवसायिक पेशेवर के लिए मददगार 

बिजनेस के सेक्टर में ये कोर्स काफी लाभप्रद साबित होगा नए डाटा एनालिटिक्स विषय और टॉपिक्स के जरिये नयी तरह से व्यवसायिक प्रोफेशनल के बीच समझ विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.

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