CBSE Class IX-X update :नौवीं व दसवीं के विद्यार्थी घर बैठकर प्रैक्टिकल की तैयारी कर सकेंगे, घर का जुगाड़ तंत्र आएगा काम
सीबीएसई (CBSE) ने छात्रों के लिए आसान, सुलभ और घरेलू सामग्री का इस्तेमाल कर वैकल्पिक प्रयोगों का एक सेट तैयार किया है। जिसके जरिए 9वीं और 10वीं के छात्र अब घर में ही साइंस प्रैक्टिकल की तैयारी कर सकेंगे।
CBSE Class IX, X update : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड यानी सीबीएसई (CBSE) ने छात्रों के लिए आसान, सुलभ और घरेलू सामग्री का इस्तेमाल कर वैकल्पिक प्रयोगों का एक सेट तैयार किया है। जिसके जरिए 9वीं और 10वीं के छात्र अब घर में ही साइंस प्रैक्टिकल की तैयारी कर सकेंगे। ये विद्यार्थी घर में ही उन गतिविधियों को कर सकेंगे।
बता दें, कि सीबीएसई बोर्ड ने स्कूलों को संबंधित गतिविधियों की सूची भी उपलब्ध करवा दी है। इसके अलावा, राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद यानी एनसीईआरटी (NCERT) लैब मैनुअल से 9वीं कक्षा के लिए 20 तथा 10वीं कक्षा के लिए 22 गतिविधियों की सूची उपलब्ध कराई है।
ये है कॉन्सेप्ट
दरअसल, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) का मानना है कि छात्र इनका उपयोग साइंस के कॉन्सेप्ट का पता लगाने तथा बेहतर समझ हासिल करने के लिए कर सकेंगे। सीबीएसई बोर्ड की ओर से उपलब्ध कराई गई गतिविधियों के साथ-साथ प्रत्येक चरण के साथ गाइड, वीडियो और वर्कशीट भी जोड़े गए हैं। छात्रों की सुविधा के मद्देनजर हर प्रयोग के लिए आवश्यक सामग्री की सूची भी दी गई है। यह सामग्री थिंकटैक द्वारा उपलब्ध कराई गई है। यह दीक्षा पोर्टल पर भी उपलब्ध है। छात्र अब इन प्रयोगों की तैयारी पहले घर पर कर सकेंगे। बाद में छात्र स्कूलों जाकर प्रयोगशाला में उसके अनुरूप प्रैक्टिकल कर सकेंगे।
शिक्षाविदों ने स्वागत किया
सीबीएसई के निर्देशानुसार छात्रों का प्रोजेक्ट वर्क घर के जुगाड़ तंत्र से ही हो जाएगा। जैसे, घर में उपलब्ध प्लास्टिक की बोतलें, इन्सुलेशन टेप, रूई, चम्मच, सामान्य नमक, रेत आदि चीजों से प्रोजेक्ट वर्क पूरा हो सकता है। सीबीएसई के इस कदम का कई शिक्षाविदों ने स्वागत किया है। उनका कहना है, कि यह ऐसे समय में आया है, जब अधिकांश राज्यों में नौवीं कक्षा के लिए स्कूल फिर से खुल गए हैं। हालांकि, अभी अभिभावक कोविड-19 के कारण घबरा रहें हैं। जिस वजह से वो बच्चे को स्कूल भेजने से कतरा रहे हैं। ऐसी स्थितियों में बच्चों के लिए यह नया कॉन्सेप्ट लाभकारी रहेगा।
सीबीएसई बोर्ड ऑनलाइन प्रशिक्षण भी देगा
सीबीएसई बोर्ड का इस बारे में कहना है, कि इन गतिविधियों और सामग्रियों को छात्रों की सुरक्षा के लिहाज से चुना गया है। स्कूलों को कहा गया है, कि छात्रों को इन्हें देने से पहले इनकी समीक्षा करें और जरूरी होने पर किसी विशेष गतिविधि के लिए अभिभावक (माता-पिता) को इसके लिए सलाह दें। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) इन गतिविधियों के उपयोग के लिए एक ऑनलाइन प्रशिक्षण भी देगा।