CBSE: बोर्ड एग्जाम के लिए डायबीटीज को विकलांगता की कैटिगरी में शामिल

 इस साल सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंड्री एजुकेशन (CBSE) ने टाइप-1 डायबीटीज को विकलांगता की कैटिगरी में शामिल किया है। 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों से कहा है कि जो भी बच्चें टाइप-1 डायबीटीज से पीड़ित हैं, वे विकलांगता की कैटिगरी के तहत ही फॉर्म भरें।

Update: 2018-01-23 08:23 GMT

नई दिल्ली: इस साल सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंड्री एजुकेशन (CBSE) ने टाइप-1 डायबीटीज को विकलांगता की कैटिगरी में शामिल किया है। 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों से कहा है कि जो भी बच्चें टाइप-1 डायबीटीज से पीड़ित हैं, वे विकलांगता की कैटिगरी के तहत ही फॉर्म भरें।

ये भी पढ़ें... CBSE-ICSE ने जारी की डेट शीट, 26 फरवरी से शुरू होगी बोर्ड परीक्षा

पिछले साल सीबीएसई ने 10वीं और 12वीं की परीक्षा में शामिल हो रहे वैसे छात्र जो इंसुलिन पर निर्भर हैं, उन्हें परीक्षा केंद्र पर शुगर टैबलेट्स, चॉकलेट, कैंडीज और पानी की बोतल ले जाने की छूट दी थी।

सीबीएसई के सर्कुलर में कहा गया था कि 'इन बच्चों को हर थोड़ी-थोड़ी देर में कुछ खाने की जरूरत होती है, ताकि उन्हें हाइपोग्लैकेमिया से बचाया जा सके जिससे जान का भी खतरा रहता है।'

Similar News