Dental Council of India: BDS में बड़े बदलाव की तैयारी, एक साल की इंटर्नशिप अनिवार्य
DCI Changes: एमबीबीएस की तर्ज पर डेंटल एजुकेशन में भी उम्मीदवारों को अब एक साल की इंटर्नशिप अनिवार्य कर दी जाएगी। नए नियम के आ जाने से कॉलेजों को सेमेस्टर सिस्टम लागू हो जाएगी
Dental Council of India Changes: डेंटल काउन्सिल ऑफ इण्डिया (DCI) ने डेंटल एजुकेशन, बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी (BDS) में बड़े बदलाव के लिए खाका तैयार कर लिया है। एमबीबीएस की तर्ज पर डेंटल एजुकेशन में भी उम्मीदवारों को अब एक साल की इंटर्नशिप अनिवार्य कर दी जाएगी। नए नियम के आ जाने से कॉलेजों में सेमेस्टर सिस्टम लागू हो जाएगी। बीडीएस कोर्स में अब क्रेडिट बेस्ड सिस्टम भी लागू होने जा रहा है। डेंटल एजुकेशन में ये बदलाव Dental Brothers द्वारा तैयार किए गए 1700 पन्नों की रिपोर्ट में बताए गए सुझावों के आधार पर किया जा रहा है।
लखनऊ के वरिष्ठ दंत चिकित्सक डॉ. आशीष खरे ने डीसीआई के इस फैसले को आने वाले समय मे दंत चिकित्सा के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी कदम बताया। उन्होंने आगे कहा कि सरकार की मंशा है कि उच्च शिक्षा की भांति डेंटल के पाठ्यक्रम में भी आमूलचूल बदलाव आए। यही कारण है कि डॉक्टरी की पढ़ाई में अब खेल, संगीत, योगा आदि को जोड़ा जा रहा है।
DCI made changes: ये बड़े बदलाव हो सकते है
- पहले बीडीएस कोर्स चार वर्ष का होता था, नए नियम के अनुसार साढ़े पांच वर्ष का हो जाएगा। वर्तमान में बीडीएस कोर्स करने वाले स्टूडेंट्स के लिए इंटर्नशिप अनिवार्य नहीं है। नए नियम के तहत इंटर्नशिप को अनिवार्य कर दिया जाएगा।
- नए नियम के तहत वर्तमान में लागू एनुअल सिस्टम को परिवर्तित कर सेमेस्टर सिस्टम किया जाएगा। सेमेस्टर की कुल संख्या 09 हो जाएगी। प्रत्येक सेमेस्टर में मेडिकल ट्रेनिंग को भी शामिल होंगे।
- नए पाठ्यक्रम के अनुसार क्षमता आधारित दृष्टिकोंण का पालन करने का प्रस्ताव दिया गया है, जिसका मुख्य मकसद मेडिकल ट्रेनिंग के रिजल्ट का पता लगाना है।
- नए नियम में स्टूडेंट्स को सब्जेक्ट चुनने की स्वतंत्रता देते हुए पसंद के आधार पर क्रेडिट भी दिए जाएंगे। क्रेडिट ट्रान्सफर की भी स्वतंत्रता हेागी।
- कोर्स को कई सब्जेक्टों में बांटा जिसे छात्र अपनी इच्छानुसार चुन सकेंगे। फाउंडेशन कोर्स को भी शामिल किया जाएगा। फाउंडेशन कोर्स दो प्रकर के होंगे एक अनिवार्य और दूसरा एच्छिक।