दुनिया की सबसे बड़ी वैकेंसी, इंडियन रेलवे ने बनाया रिकॉर्ड

रेल मंत्रालय (Ministry of Railways) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, रेलवे द्वारा निकाली गई ग्रुप सी असिस्टेंट लोको पायलट (एएलपी) और ग्रुप डी के 1 लाख 27 हजार रिक्त पदों के लिए पूरे देश से करीब 2 करोड़ 40 लाख उम्मीदवारों ने आवेदन किया।

Update: 2019-11-09 08:08 GMT

नई दिल्ली: भारतीय रेलवे ने दुनिया की सबसे बड़ी रेलवे भर्ती आयोजित करने का रिकॉर्ड स्थापित किया है। रेल मंत्रालय (Ministry of Railways) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, रेलवे द्वारा निकाली गई ग्रुप सी असिस्टेंट लोको पायलट (एएलपी) और ग्रुप डी के 1 लाख 27 हजार रिक्त पदों के लिए पूरे देश से करीब 2 करोड़ 40 लाख उम्मीदवारों ने आवेदन किया, जिसे दुनिया की सबसे बड़ी भर्ती प्रक्रिया होने की बात कही जा रही है।

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इंडियन रेलवे ने इन पदों के लिए परीक्षा के कईयों चरण सफलतापूर्वक आयोजित किए। बता दें कि एएलपी के 64,371 पदों पर 47.45 लाख उम्मीदवारों ने और ग्रुप डी लेवल - 1 के 63,202 पदों के लिए 1.9 करोड़ उम्मीदवारों के आवेदन आए थे। इन आंकड़ों की वजह से ये भर्ती दुनियाभर की सबसे बड़ी भर्ती बन चुकी है।

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166 शहरों में 440 केंद्रों पर परीक्षा का आयोजन

बीते साल 2018 में 9 अगस्त से 4 सितंबर के बीच देश के 166 शहरों में 440 केंद्रों पर 11 दिनों के भीतर 33 शिफ्टों में असिस्टेंट लोको पायलट और टेक्नीशियन भर्ती परीक्षाएं (सीबीटी - कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट) आयोजित किए गए थे। इसमें लगभग 36 लाख 42 हजार उम्मीदवार परीक्षा में बैठे थे। वहीं 21 जनवरी, 2019 से 23 जनवरी, 2019 तक 9 शिफ्टों में एएलपी टेक्नीशियन की सेकेंड स्टेज परीक्षा का आयोजन किया गया। इस परीक्षा में 88 फीसदी उम्मीदवारों की उपस्थिति दर्ज की गई थी।

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17 हजार पांच सौ पदों पर हुई नियुक्तियां

17 हजार पांच सौ पदों पर चयनित पैनल की रेलवे में तैनाती कर दी गई है। वहीं अभी मेडिकल अपीलों के कारण शेष पदों पर उम्मीदवार का नियुक्ति होनी बाकी है। रेलवे मंत्रालय का कहना है कि, शेष नियुक्तियों के लिए जल्द ही जोनल रेलवे को कहा जाएगा। इसमें 1.90 करोड़ योग्य उम्मीदवारों में से 1 करोड़ 17 लाख 14 हजार 754 उम्मीदवार परीक्षा में बैठे थे। इसके बाद पीईटी व डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन हुआ।

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17 सितंबर 2018 से शुरू हुई RRB Group D (रेलवे लेवल-1) की भर्ती परीक्षा, 17 दिसंबर, 2018 को पूरी हुई। परीक्षा का आयोजन 51 दिनों में 152 शिफ्टों में देश के 16 शहरों में 405 केंद्रों पर किया गया। इस परीक्षा में 1.90 करोड़ योग्य उम्मीदवारों में से कुल 1,89,82,719 उम्मीदवारों ने परीक्षा में हिस्सा लिया। रिजल्ट आया और उसके बाद पीईटी व डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन एवं मेडिकल एग्जामिनेशन हुआ। ग्रुप डी की 53000 पदों पर नियुक्तियां हो चुकी हैं और शेष पदों पर नियुक्तियां की जा रही हैं। इस बारे में भी जोनल रेलवे को जल्द ही कहा जाएगा।

भारतीय रेलवे ने मई-जून 2019 में जूनियर इंजीनियर भर्तियों के लिए परीक्षा का आयोजन किया गया था। इस परीक्षा में 62.5% उम्मीदवारों ने हिस्सा लिया। इसका दूसरा स्टेज अगस्त-सितंबर में हुआ। अब जल्द ही डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी।

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