लखनऊ: यूपी में 68,500 शिक्षक भर्ती से बाहर हुए लगभग 6 हजार अभ्यर्थियों के लिए खुशखबरी है। मामले में सीएम योगी के हस्तक्षेप के बाद इन्हें भी नियुक्ति मिलेगी। इनके लिए कल जिलों का आवंटन कर दिया जाएगा। वहीं इन सभी अभ्यर्थियों के काउंसलिंग करवाने तक काउंसलिंग को जारी रखा जायेगा। इस सम्बन्ध में शनिवार देर रात बेसिक शिक्षा विभाग ने आदेश जारी कर दिए।
अभ्यर्थियों को हो चुका है जिला आवंटन
मुख्यमंत्री ने आदेश देते हुए कहा है कि काउंसलिंग करने वाले सभी अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र दिए जाएं। इसके लिए आज एनआईसी खोला जाएगा और जिलो का आवंटन किया जाएगा। विभागीय निदेशक सर्वेंद्र विकम बहादुर सिंह ने काउंसलिंग जारी रखने के निर्देश दिए हैं। अभी तक काउंसलिंग 3 सितम्बर तक होनी थी और 4 सितम्बर को मुख्यमंत्री इनमें से 3 हजार अभ्यर्थियों को नियुक्तिपत्र देंगे।
क्या है पूरा मामला
दरअसल पूरा विवाद तब शरू हुआ जब इस भर्ती में लिखित परीक्षा में सफल लगभग 6 हजार अभ्यर्थियों को आरक्षण का हवाला देते हुए बाहर कर दिया गया। 68500 पदों के लिए हुई लिखित परीक्षा में 41556 अभ्यर्थी पास हुए थे। लेकिन केवल 40296 ने ही आवेदन किया था। इनमें से 34600 अभ्यर्थियों को जिलों का आवंटन कर दिया है।
बचे अभ्यर्थियों को बताया गया कि सामान्य और ओबीसी वर्ग में पद नहीं हैं। जबकि ये भर्ती 68500 के लिए थी लेकिन नियमों का हवाला देते हुए सिर्फ 41555 पदों के हिसाब से आरक्षणवार सीटों का बंटवारा किया गया। चूंकि अन्य पिछड़ा वर्ग के अभ्यर्थी आरक्षित पदों से ज्यादा सफल हो गए और मेरिट में ऊपर होने पर उनमें से कई को सामान्य वर्ग में नियुक्ति दी गई है। ऐसे में सामान्य व ओबीसी वर्ग के पद न होने की वजह से अभ्यर्थी बाहर हो गए थे।