UP Allahabad university new pg course: उत्तर भारत में पहली बार महात्मा गांधी पर होगा पोस्टग्रेजुएट, इलाहाबाद विश्वविद्यालय ने शुरू किया नया कोर्स
UP ALLAHABAD NEW PG COURSE 2024: उत्तर प्रदेश की इलाहाबाद यूनिवर्सिटी द्वारा महात्मा गाँधी विषय पर दो वर्षीय परास्नातक पाठ्यक्रम की शुरुआत की गयी है .
Written By : Garima Shukla
Update:2024-09-18 12:00 IST
UP ALLAHABAD UNIVERSITY NEW PG COURSE ON MAHATMA GANDHI: उत्तर प्रदेश की इलाहाबाद यूनिवर्सिटी द्वारा महात्मा गाँधी दो वर्षीय परास्नातक पाठ्यक्रम की शुरुआत की गयी है . उत्तर भारत का ये पहला केंद्र है जहां गांधी जी से संबंधित मास्टर कोर्स का संचालन किया जा रहा है I ये कोर्स जो अभ्यर्थी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं उनके लिए भी एक महत्वपूर्ण पाठ्यक्रम है I बीते सोमवार को प्रयागराज के गाँधी विचार एवं शांति अध्ययन संस्थान में इलाहाबाद नीति आयोग के मुख्य प्रोफेसर ने इस पाठ्यक्रम की शुरुवात किये जाने की घोषणा की I
क्यों शुरू किया गया महात्मा गाँधी पर ये पाठ्यक्रम
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर और केंद्र समन्वयक डॉ अविनाश श्रीवास्तव ने कहा कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव की पहल और प्रेरणा से दो वर्षीय पाठ्यक्रम की शुरुआत की गयी है . इस कोर्स के माध्यम से नई पीढ़ी को महात्मा गांधी पर उच्चतम कोटि के शोध के साथ ही नवाचार और समाजोपयोगी संबंधित विषय में शोध करने का अवसर तो मिलेगा ही साथ ही स्टूडेंट्स गाँधी की फिलॉसफी से भी अवगत हो सकेंगे I30 सीटों पर होगा प्रवेश
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के निर्देशानुसार प्रवेश के लिए सीटों की संख्या तय कर दी गयी है I गाँधी विचार एवं शांति अध्ययन केंद्र में शुरू हुए इस पाठ्यक्रम के लिए अभी 30 सीटों में प्रवेश लिया जायेगा. बाद में इन सीटों की संख्या बढ़ायी भी जा सकती है I फिलहाल नए कोर्स में 11 सीटों पर दाखिला हो चुका हैपाठ्क्रम में प्रवेश के लिए देनी होगी PGAT परीक्षा
इलाहाबाद विश्वविद्यालय द्वारा जारी इस कोर्स में दाखिले के लिए विशेष परीक्षा का प्रावधान किया गया है I संस्थान द्वारा आयोजित किये जाने वाले पीजीएटी (पोस्ट ग्रेजुएट एडमिशन टेस्ट ) के माध्यम से प्रवेश होगा I फ़िलहाल 11 सीट पर दाखिला हो गया है I जिन शेष सीट पर दाखिले के लिए पीजीएटी प्रवेश परीक्षा के बाद जिन छात्रों का प्रवेश नहीं हो सका है वो छात्र अतिरिक्त विषय के विकल्प के तौर पर गांधी विषय पर दो वर्षीय परास्नातक पाठ्यक्रम में दाखिला ले सकते हैं, लेकिन निर्देशानुसार अगले वर्ष से इस पाठ्क्रम में पीजीएटी को प्रवेश के लिए सख्त तौर पर अनिवार्य कर दिया जायेगा I