भावी मास्टरों के संस्कृत ने छुड़ाए पसीने, ग्रहों से स्वच्छता तक पर पूछे गए सवाल
लखनऊ: लंबे इंतजार के बाद जब भावी मास्टर यूपी सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा देने एग्जामिनेशन हॉल पहुंचे तो संस्कृत के मुश्किल सवालों ने उनके पसीने छुड़ा दिए। अधिकतर कैंडिडेट्स इम्तिहान में बगलें झांकते नजर आए। इतना ही नहीं यूपी के सीएम योगी की योजनाओं से लेकर पीएम मोदी की महत्वाकांक्षी योजनाओं पर पूछे गए सवालों ने उन्हें और उलझा दिया।
इतना ही नहीं, भूगोल के ग्रहों के सवालों से भी उनका आमना-सामना हुआ। अब सहायक अध्यापक भर्ती लिखित परीक्षा के कैंडिडेट्स अपने सफल होने की प्रार्थना कर रहे हैं।
योगी के नीमसार से लेकर मोदी के शौचालय पर सवाल
कैंडिडेट श्वेता सिंह ने बताया, कि टपेपर में योगी सरकार की पर्यटन योजनाओं में प्रमुख स्थान रखने वाले नैमिषारण्य, जल्लीकट्टू, 21 वें मुख्य चुनाव आयुक्त, राष्ट्रीय साक्षरता मिशन, नागरिकों के मूलभूत कर्तव्यों, शौचालय दिवस, यूपी सरकार की भाग्यलक्ष्मी योजना से लेकर स्वच्छता सर्वेक्षण पर प्रश्न आए थे। इन सबका उत्तर देने में कोई खास दिक्कत नहीं हुई। जिसने अच्छे से जनरल अवेयरनेस तैयार किया होगा, उन सभी के ये प्रश्न सही हुए होंगे। लेकिन संस्कृत के सवाल बहुत टेढे थे।'
साइंस ने भी छुड़ाए छक्के
वहीं, रेनू कुमारी ने बताया, कि 'संस्कृत के अलावा साइंस के सवाल भी आसान नहीं थे। साइंस ने भी बहुत घुमाया। पेपर में कुल 150 प्रश्न थे। जितनी तैयारी की थी, उससे भी बाहर से प्रश्न आए थे।'
हिंदी-अंग्रेजी ने दी राहत
अस्मिता, दीपक कुमार और सूर्य प्रताप का भी यही कहना था, कि संस्कृत और साइंस के सवाल कठिन थे। लेकिन हिंदी और अंग्रेजी के सवाल आसान थे। हिंदी और अंग्रेजी ने राहत दी। पेपर में निगेटिव मार्किंग नहीं थी। इससे बहुत राहत मिली।
लखनऊ में 24 केन्द्रों पर हुई परीक्षा
यूपी में सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा नौ मंडलों के 248 केंद्रो पर संपन्न हुई। लखनऊ में भी राजकीय इंटर कॉलेज निशातगंज, यूपी सैनिक स्कूल सरोजनी नगर, राजकीय गर्ल्स इंटर कॉलेज शाहमीना रोड, हुसैनाबाद इंटर कॉलेज सहित कुल 24 केंद्र बनाए गए थे। यहां करीब 11 हजार कैंडिडेट ने परीक्षा दी है।
दबोचे गए 'मुन्ना भाई'
रविवार को इस परीक्षा में 85.81 प्रतिशत अभ्यर्थी शामिल हुए। इनमें सात को अनुचित सामग्री का प्रयोग करते हुए पकड़ा गया। इलाहाबाद में तीन और वाराणसी, अलीगढ तथा मेरठ में एक-एक परीक्षार्थी पकड़े गए। इससे पहले 1,25,745 अभ्यर्थियों को प्रवेश पत्र आवंटित हुए थे, जिनमें 1,07,908 परीक्षार्थियों ने परीक्षा में भाग लिया। शेष 17,837 ने परीक्षा छोड़ दी।