यूपी के डिग्री कॉलेज-यूनिवर्सिटी पूरी तरह से खुल रहे इस दिन, स्टूडेंट्स हो जाएं तैयार

यूपी उच्च शिक्षा विभाग ने आज नोटिफिकेशन जारी कर घोषणा की है कि 15 फरवरी से राज्य के सभी कॉलेज और यूनिवर्सिटी को पूरी तरीके से खोल दिया जाएगा।

Update:2021-02-12 23:17 IST
Karnataka govt announces all colleges reopen from 1 october amid coronavirus

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस का असर कम होने के बाद अब उच्च शिक्षा विभाग के अधीन संचालित सभी विश्वविद्यालय और महाविद्यालयों को 15 फरवरी से पूरी तरह खुले जाने के आदेश जारी हो गए हैं। हालाँकि इस दौरान कोरोना गाइडलाइन का पालन करना होगा। इसके तहत सभी शिक्षकों व छात्र-छात्राओं के लिए मास्क पहनना अनिवार्य होगा। साथ ही क्लास में सोशल डिस्टेंसिंग पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा।

15 फरवरी से खुलेंगे डिग्री कॉलेज और यूनिवर्सिटी

दरअसल, यूपी उच्च शिक्षा विभाग ने आज नोटिफिकेशन जारी कर घोषणा की है कि 15 फरवरी से राज्य के सभी कॉलेज और यूनिवर्सिटी को पूरी तरीके से खोल दिया जाएगा। इस बाबत विभाग के विशेष सचिव अब्दुल समद ने सभी निजी व राज्य विश्वविद्यालयों के कुलपतियों और निदेशक उच्च शिक्षा को पत्र भेजकर इसकी जानकारी दी है। पत्र में कहा गया कि बीते 17 नवंबर 2020 के शासनादेश को शिथिल करते हुए सभी शिक्षण संस्थाओं को 15 फरवरी से पूर्णरूप से खोलने का निर्णय लिया गया है।

डिग्री कॉलेज और यूनिवर्सिटी के लिए कोरोना गाइडलाईन

शिक्षण संस्थानों को खोलने से पहले उन्हें पूरी तरह सेनेटाइज कराना होगा।

संस्थानों में सेनेटाइजर, हैंडवाश, थर्मल स्कैनिंग व प्राथमिक उपचार की व्यवस्था भी करनी होगी।

अगर किसी स्टूडेंट, टीचर या कर्मचारी को खांसी, जुकाम या बुखार के लक्षण हैं, तो उन्हें प्राथमिक उपचार देते हुए घर वापस भेज दिया जाएगा।

छात्रों या स्टाफ में कोविड-19 के लक्षण दिखाई देने पर तत्काल जांच कराई जाए।

ये भी पढ़ेँ- जल्द ही फर्राटे से दौड़गें दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस वे पर वाहन, PM मोदी करेगें लोकार्पण

शिक्षण संस्थान में किसी भी बाहरी विक्रेता को परिसर के भीतर या प्रवेश द्वार पर कोई भी खाने की चीज बेचने की अनुमति नहीं होगी।

विभिन्न स्थानों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए रोटेशन के आधार पर शिक्षकों व छात्रों की ड्यूटी भी लगाई जाएगी।

छात्रावास परिसर, रसोई, डायनिंग हॉल, बाथरूम और शौचालयों में सेनेटाइजेशन की व्यवस्था की जाए।

कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित कराने के लिए किसी वरिष्ठ अधिकारी को नोडल अधिकारी नामित किया जाएगा।

Tags:    

Similar News