Adipurush Story: आदिपुरुष के पीछे की कहानी क्या? कौन है आदिपुरूष?
Adipurush Story: कौन है आदिपुरूष, अपकमिंग फिल्म आदिपुरुष में ट्रेलर से तो यह आभास किया जा रहा कि कहानी तो श्री राम की है जो पूरी रामायण पर आधारित है। पर असल में आदिपुरुष के पीछे की क्या कहानी है? आइए जानते है यहां...
Adipurush Story: आदिपुरुष फिल्म भले ही इस साल जून के महीने की 16 तारीख को रिलीज़ हो रही है, लेकिन बॉलीवुड की इस फिल्म आदिपुरुष के चर्चे 6 महीने पहले से ही खूब होने लगे थे। यानी 2022 के दिसंबर में पहला पोस्टर रिलीज़ होने के बाद से यह फिल्म चर्चों का मुद्दा बनी हुई है। हालांकि, अब फाइनली यह फिल्म रिलीज होने जा रही है। जिसके ट्रेलर से यह साफ तौर प्रदर्शित होता है कि यह फिल्म रामायण महाकाव्य पर आधारित है उसके कथाओं से प्रेरित है। इस फिल्म का ट्रेलर आउट होने के बाद से ही इसके नाम आदिपुरुष पर भी चर्चा हो रही हैं। इस शब्द को लेकर चर्चा की जा रही है, आइए जानते हैं ऐसे में कि कौन हैं आदिपुरुष? इसके अतिरिक्त हिंदू मान्यताओं से वेदों में आदिपुरुष का क्या अर्थ होता है?
बता दें आपको कि, आदिपुरुष शब्द की रचना दो शब्दों से मिलकर हुई है, पहला आदि और दूसरा पुरुष। आदिपुरुष का संयोजन में अर्थ होता है पहला पुरुष। हिंदू धर्म के मान्यताओं के मुताबिक आदिपुरुष का अर्थ परमेश्वर से हैं जिन्होंने संपूर्ण सृष्टि की रचना की है।
वेदों में आदिपुरुष क्या अर्थ है ?
वेदों के अनुसार हर कहानी के तीन पहलू होते हैं - सत्य, असत्य और मिथ्या। सत्य वह है जिसका अस्तित्व होता है जो हमारे आस पास हो जिसका अनुभव किया जा सके, इसके अतिरिक्त सत्य कभी भी परिवर्तशील नहीं हो सकता है। असत्य वह है जिसका कोई अस्तित्व ही नहीं है, जबकि मिथ्या(झूठ) वह है जिसका अस्तित्व तो है लेकिन इसे परिवर्तनशील माना जाता जाता है। इस संसार(Universe) का निर्माण अपने आप नहीं हुआ, इसका निर्माण और संचालन कोई अद्वितीय, अलौकिक शक्ति से ईश्वर द्वारा ही किया जाता है। हिंदू धर्म के मान्यताओं के अनुसार भगवान ब्रह्मा इस सृष्टि के रचयिता है, इस संसार का निर्माण उनके द्वारा किया गया है।
वहीं दूसरी ओर भागवत के अनुसार भगवान ब्रह्मा भगवान विष्णु की नाभि से प्रकट हुए हैं जिसके बाद ब्रह्मा जी ने इस संसार की रचना की। ऐसे में वैष्णव संप्रदाय के लोगों की मान्यता है कि भगवान विष्णु ही वे ईश्वर हैं जो सर्वशक्तिमान के साथ सर्वज्ञ है। लेकिन दूसरी तरफ, शैव संप्रदाय के लोगों की मान्यता है कि भगवान शिव ईश्वर हैं जो कि साधक के वेश- आकार में रुप परिवर्तित कर लेते हैं। हालांकि, भगवान शिव और भगवान विष्णु एक दूसरे की आराधना करते है साथ ही एक दूसरे को पूजते है।
किसे कहते हैं आदिपुरुष?
ऐसे में, आदिपुरुष वे ईश्वर हैं, जिन्हें या तो भगवान शिव या भगवान विष्णु के रूप में जानकर उनकी आराधना की जाती है। चूंकि भगवान विष्णु अलग अलग युग में इस संसार में जन्म लेने की बात मानी जाती है। जिसका साक्षात प्रमाण भगवान राम और भगवान कृष्ण के रूप में जन्म लेने की बात रामायण और महाभारत महाकाव्यों में की गई है। ऐसे में भगवान राम के जीवन कथाओं पर आधारित रामायण महाकाव्य के स्वरूप से बनी फिल्म को आदिपुरुष का नाम दिया गया है।