ओह माय गॉड: इन बड़ी वेबसाइट्स ने बदला अपना तरीका, अब ऐसे दिखा रहे पोर्न
भारत सरकार द्वारा पोर्न वेबसाइट्स पर बैन लगाने के दावे फेल होते नजर आ रहे हैं। डिपार्टमेंट ऑफ टेलिकम्यूनिकेशन की तरफ से बड़ी वैश्विक पोर्न वेबसाइट्स को प्रतिबंध किए जाने के बाद भी वो आसानी से स्मार्टफोन पर एक्सेस हो रहे हैं।
नई दिल्ली: भारत सरकार द्वारा पोर्न वेबसाइट्स पर बैन लगाने के दावे फेल होते नजर आ रहे हैं। डिपार्टमेंट ऑफ टेलिकम्यूनिकेशन की तरफ से बड़ी वैश्विक पोर्न वेबसाइट्स को प्रतिबंध किए जाने के बाद भी वो आसानी से स्मार्टफोन पर एक्सेस हो रहे हैं।
उन्होंने भारत में फिर से एंट्री के लिए एक नया 'खेल' शुरू किया है। इन वेबसाइट्स ने अपने डोमेन में हल्का सा फेरबदल कर दिया है और फिर से बिना किसी बैन बाईपास को पार किए आसानी से अलग-अलग स्क्रीनों पर आसानी से देखे जा रहे हैं।
बताया जा रहा है कि दुनिया की दो जानी-मानी पॉर्न वेबसाइट रेड ट्यूब और पोर्न हब भारत में आसानी से खुल रही है। यह सामने आया है कि इन वेबसाइट्स को ऐक्सेस करने के लिए बैन बाईपास करने की भी जरूरत नहीं पड़ रही।
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ऐसे दिखाए जा रहे हैं पोर्न वीडियो
स्मार्टफोन्स और कंप्यूटर पर पोर्न हब अब .org के साथ खुल रहा है। वहीं रेडट्यूब को .net के साथ ऐक्सेस किया जा सकता है। जानकारों का कहना है कि .org अधिकतर नॉन-प्रॉफिट ऑर्गनाइजेशन इस्तेमाल करते हैं। वहीं, .net का इस्तेमाल एक्सटेंशन नेटवर्क के लिए होता है। .net डोमेन अधिकतर इंटरनेट, ईमेल और नेटवर्किंग सर्विस प्रोवाइडर्स इस्तेमाल करते हैं।
भारत सरकार ने शुरुआत में .com डोमेन के साथ खुलने वाली पॉर्न वेबसाइट्स को बैन किया था। बैन के कुछ दिन बाद ही कई साइट्स ने इसका दूसरा रास्ता निकाल लिया।
अब पॉर्न वेबसाइट्स .com को छोड़ .org या .net के जरिये खुल रही है। इसके अलावा ब्लॉक्ड वेबसाइट्स को ऐक्सेस करने के लिए वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क, दूसरे ब्राउजर्स, प्रॉक्सी जैसे तरीके भी लोग अपना रहे हैं।
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2015 में पोर्न वेबसाइट्स को बंद करने का आदेश
मालूम हो कि डिपार्टमेंट ऑफ टेलिकम्यूनिकेशन्स ने 2015 में देश की सभी इंटरनेट सर्विस लाइसेंसीज को पत्र लिखकर पोर्न वेबसाइट्स को बंद करने का आदेश दिया था।
इसके बाद जियो, वोडाफोन और एयरटेल जैसी मुख्य टेलिकॉम कंपनियों ने पॉर्न और चाइल्ड पॉर्न कॉन्टेंट दिखाने वाली वेबसाइट्स को बैन किया था।
मालूम हो कि भारत सरकार 857 पॉर्न वेबसाइट्स को अनैतिक कॉन्टेंट और अश्लीलता के लिए बैन किया हुआ है। साइबर कानून विशेषज्ञ पवन दुग्गल का कहना है कि भारत में कठोर साइबर सुरक्षा कानूनों की जरूरत है। क्योंकि सरकार के बैन के बावजूद वेबसाइट्स चल रही हैं।
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