मुंबईः जब से कपूर परिवार ने आर के स्टूडियो को बेचने की बात की है, तब से सिनेमा प्रेमी स्टूडियो की पुरानी यादों में खोए हुए हैं। कोई राज कपूर के साथ बिताए पल को याद कर रहा है, तो कोई यहां हर साल खेली जाने वाली होली की यादों में डूबा हुआ है। हाल ही में गणेश विसर्ज़न पर यहां आखिरी बार कार्यक्रम हुआ था।
बीते अगस्त बिक्री का हुआ था ऐलान
ऋषि कपूर ने बीते अगस्त को आर के स्टूडियो को बेचने का ऐलान किया था। कपूर खानदान स्टूडियो को मार्केट रेट पर बेचना चाहता है। मुंबई के कई बुद्दिजीवियों ने सरकार से आर के स्टूडियो को खरीदने की गुहार लगाई है और उसके संरक्षण की मांग भी की है।
फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन के डायरेक्टर शिवेंद्र सिंह डूंगरपुर ने कहा कि आर के स्टूडियो सिनेमाप्रेमियों के लिए एक मंदिर की तरह है। इसका बिक जाना एक सदमे की तरह होगा। ये एक ऐतिहासिक हेरिटेज है, जिससे हिंदी सिनेमा की यादगार कहानियां सेल्यूलाइड पर आईं थीं।
ये बिल्डिंग नहीं विजन है
फिल्म इंडस्ट्री के बुजुर्ग एक्टर अमित खन्ना कहते हैं कि ये सिर्फ एक बिल्डिंग नहीं है, ये राज कपूर का सिनेमा के प्रति विज़न है। प्रेमरोग फिल्म में राज कपूर को असिस्ट कर चुके फिल्म मेकर अनीस बज़्मी कहते हैं कि स्टूडियों को बेचना परिवार के लिए काफी कठिन फैसला रहा होगा, पर मैं चाहता हूं कि इस जगह की पहचान हमेशा आर के स्टूडियो के नाम से बनी रहे।
इतिहासकार ओसज़ा कहती है कि सरकारों के पास अपनी विचारधाराओं को सरंक्षण के अलावा और किसी धरोहर के संरक्षण का कोई विज़न नहीं होता। ये स्टूडियो राज कपूर के परिवार की लीगेसी को दर्शाता है। सरकार को इस पर स्वतः संज्ञान लेना चाहिये।
म्यूजियम बनाने की उठी मांग
मशहूर फिल्मकार राहुल ढ़ोलकिया ने कहा कि आर के स्टूडियो के अंदर फिल्म स्कूल बनाने का विचार करना चाहिए। ताकि छात्र सिनेमा के मंदिर में रहकर काफी कुछ सीख सकें।
महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष संजय निरूपम ने सरकार को पत्र लिखकर मुख्यमंत्री फणनवीस से मांग की है कि सरकार आर के स्टूडियो को खुद से खरीदकर वहां राज कपूर की याद में म्यूज़ियम बनवाए।
गौरतलब है कि पिछले साल आर के स्टूडियो में भीषण आग लग लई थी। पहले ऋषि कपूर ने इसके रिकंस्ट्रकशन की बात की थी परंतु खर्चा अधिक होने के कारण कपूर परिवार ने इसे बेचने का सामूहिक फैसला लिया। आर के स्टूडियो का निर्माण 1948 में राज कपूर ने करवाया था। यहां आग, श्री-420, आवारा, मेरा नाम जोकर जैसी कई कालजयी फिल्मों का निर्माण हुआ है।