फंस गई कंगना रनौत, इस वजह से दर्ज हुआ देशद्रोह का मामला

कंगना ने जानबूझ कर अपने ट्वीट से भारतीय संविधान और संवैधानिक व्यवस्था का अपमान किया है और दलित समाज के लोगों का भी अपमान किया है। ऐसे में कंगना पर की गई शिकायत पर कार्रवाई की जाए। लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

Update:2020-08-29 18:47 IST
बताते चलें कि ये ऐसा पहला मामला नहीं है जब कंगना  इस तरह से ट्रोल की गई हो, बल्कि इसके पहले भी वे कई बार अपने पोस्ट के लिए ट्रोलर्स के निशाने पर आती रही हैं।

शिमला: कंगना रनौत अपने बेबाकीपन के लिए जानी जाती है। कंगना रनौत मुश्किलों में फंस सकती है। पिछले कुछ दिनों से सुशांत मौत मामले में बहुत खुलकर बोलने कंगना एक ट्वीट को लेकर मुश्किल में फंस सकती हैं। कंगना पर देशद्रोह और SC/ST एक्ट (SC/ST Act) की धारा के तहत शिमला पुलिस को एफआईआर दर्ज करने की शिकायत मिली है। शिमला के एसपी ने इस बात की सत्यता की पुष्टि की है। कहा, 'इसके कानूनी पहलू और प्रारंभिक जांच के बाद ही मामला दर्ज किया जाएगा। फिलहाल ट्वीट को लेकर कानूनी राय ली जा रही है।

 

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बता दें कि 27 अगस्त को सामाजिक और आरटीआई कार्यकर्ता रवि कुमार ने शिमला पुलिस को एक शिकायत की थी। रवि ने शिकायत में कंगना पर आरोप लगाया था कि उन्होंने भारतीय संविधान पर अभद्र टिप्पणी की है और दलित समाज को चूहा लिख कर अपमानित किया है।

 

'ट्वीटर फोटो

कंगना पर एफआईआर को लेकर एसपी ने क्या कहा

शिमला के एसपी ने शिकायत मिलने की पुष्टि की है। एसपी का कहना है कि ढली थाने को ये शिकायत भेजी है। एडिशनल एसपी प्रवीर ठाकुर इस मामले को देखेंगे। उन्होंने कहा कि पहले ये देखा जाएगा कि जो ट्वीट में लिखा है, वो देशद्रोह या SC/S SP को दिए शिकायत पत्र में रवि कुमार ने लिखा है कि 23 अगस्त 2020 को रात 8:10 बजे कंगना रनौत ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक ट्वीट किया कि भारतीय संविधान के कारण देश में आरक्षण के रूप में जातिवाद है। आगे लिखा है कि समस्त दलित समाज के लोगों ने जब इस ट्वीट का विरोध किया तो कंगना रनौत ने 24 अगस्त को फिर से अपने ट्वीट में चूहा लिख कर दलितों को अपमानित किया।

 

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जानबूझ कर संवैधानिक व्यवस्था का अपमान

कंगना ने जानबूझ कर अपने ट्वीट से भारतीय संविधान और संवैधानिक व्यवस्था का अपमान किया है और दलित समाज के लोगों का भी अपमान किया है। ऐसे में कंगना पर FIR कर कार्रवाई अमल में लाई जाए। लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

भारतीय संविधान की धारा 309 में सभी को बराबर के प्रतिनिधित्व का अधिकार है। इन धाराओं के अनुसार कंगना रनौत का यह ट्वीट संविधान विरोधी है।'भारतीय संविधान की धारा 13, 14 और 15 के तहत जातिवाद को पूरी तरह खत्म कर दिया गया है।

शुरू से ही बॉलीवुड की मुंह फट एक्ट्रेस में जानी जाती है कंगना। किसी भी विषय बेबाकी से बिना डरे अपनी राय देती है। बिना अंजाम की परवाह किए। अब देखना है कि एस मामले क्या सच निकलकर सामने आता है।

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