जयन्ती विशेष! मल्लिका-ए-ग़ज़ल के नाम से मशहूर इस गायिका के साथ हुआ था रेप

बताया जाता है कि बिहार का एक राजा उनका कदरदान बन गया था, उसने उन्हें गाना गाने के लिए अपने यहां न्योता दिया था, इसके बाद उस राजा ने बेगम अख़्तर के साथ बलात्कार किया। इस घटना बाद वह प्रेग्नेंट हो गईं और एक बच्ची को जन्म दिया

Update:2023-07-19 19:58 IST

नई दिल्ली: देश में शायद ऐसा ही कोई व्यक्ती होगा जो बेगम अख़्तर के नाम से बेखबर होगा। कहा जाता है कि मल्लिका-ए-ग़ज़ल के नाम से मशहूर बेगम अख़्तर का हाथ हरमुनियम पर पानी की तरह चलता था।

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हम बात कर रहे हैं, बेगम अख़्तर की, यह नाम उस गायिका का है जो आज़ाद पंक्षी की तरह गाती थी। बेगम अख़्तर उस गायिका का नाम है जिसने अपनी गायकी को अपनी तन्हाई का साथी बनाया।

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बेगम अख़्तर की आज है जयंती...

आपको बता दें कि आज मल्लिका-ए-ग़ज़ल बेगम अख़्तर की जयंती है। बेगम अख्तर का जन्म सात अक्तूबर 1914 उत्तर प्रदेश के फैजाबाद में हुआ था। वह बचपन से ही गायिका बनना चाहती थीं लेकिन उनके परिवार वाले उनकी इस इच्छा के सख्त खिलाफ थे।

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इसके बाद गायकी का शौक का पूरा करने उनके चाचा मदद की। कुलीन परिवार से ताल्लुक रखने वाली अख्तरी बाई को संगीत से पहला प्यार सात साल की उम्र में थियेटर अभिनेत्री चंदा का गाना सुनकर हुआ।

बताया जाता है कि उस जमाने के विख्यात संगीत उस्ताद अता मुहम्मद खान, अब्दुल वाहिद खान और पटियाला घराने के उस्ताद झंडे खान से उन्हें भारतीय शास्त्रीय संगीत की दीक्षा दिलाई गई।

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जब बेगम अख़्तर ने कहा नहीं सीखेगें संगीत...

आईये आपको बताते हैं, बेगम अख़्तर से जुड़ी कुछ कहानी, बात उनके बचपन से जुड़ी है, बचपन में वह संगीत सिखने उस्ताद मोहम्मद खान के पास जाया करती थी। शुरुआत के दिनों में बेगम अख़्तर सुर नहीं लगा पाती थी, जिसकी वजह से उस्ताद मोहम्मद खान ने एक बार उन्हें डांट दिया था, इसपर बेगम अख़्तर रोने लगीं और कहा कि उन्हें संगीत नहीं सिखना।

इसके बाद उनके उस्ताद ने उन्हें प्यार से समझाते हुए कहा- बस इतने में ही हार मान गयी, ऐसे हिम्मत नहीं हारते, मेरी बहादुर बिटिया चलो एक बार फिर से सुर लगाने में जुट जाओ, बस फिर क्या था बेगम अक़्तर ने एक बार फिर कोशिश की और आज दुनिया उन्हें उनके सुर साधना के लिए जानती है।

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बचपन में हुआ था रेप...

कहा जाता है कि बेगम अख़्तर की आवाज़ में जो दर्द है वह भी जमाने के दिए ज़ख्मों की वजह से है, सात साल की उम्र में उनके जीवन में एक बड़ी दर्दनाक और अमानवीय घटना घटी।

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बेगम अख्तर पर किताब लिखने वाली रीता गांगुली ने भी इस तरह की बात का जिक्र अपनी किताब में किया है कि उनके एक उस्ताद ने गायकी की बारीकियां सिखाने के बहाने उनकी पोशाक उठाकर अपना हाथ उनकी जांघ पर सरका दिया था।

इस हादसे ने झकझोर दिया...

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जानकारों की माने तो उनके साथ ऐसा हादसा हुआ जिससे वह कभी नहीं उबर पाईं, कहा जाता है कि यह हादसा 13 साल की उम्र में हुआ था।

बताया जाता है कि बिहार का एक राजा उनका कदरदान बन गया था, उसने उन्हें गाना गाने के लिए अपने यहां न्योता दिया था, इसके बाद उस राजा ने बेगम अख़्तर के साथ बलात्कार किया। इस घटना बाद वह प्रेग्नेंट हो गईं और एक बच्ची को जन्म दिया जिसका नाम शमीमा रखा। काफी दिनों बाद इस बात की लोगों की जानकारी हुई।

इश्तिआक अहमद अब्बासी से रचाया निकाह...

बेगम अख़्तर ने इश्तिआक अहमद अब्बासी से साल 1945 में निकाह किया था। इश्तिआक अहमद पेशे से एक वकील थे उनसे . इस निकाह के बाद ही वह अख़्तरी बाई फ़ैज़ाबादी से बेगम अख़्तर बन गयीं।

कहा जाता है कि निकाह के बाद उन्होंने गायकी छोड़ने का फैसला किया था। हालांकि 1949 में वह गायकी में वापस आईं, उन्होंने तीन ग़ज़ल और एक दादरा गया। इनके गायकी का सिलसिला उनके आखिरी सांस तक जारी रहा।

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गाते हुए हो गई थी इतंकाल...

बेगम अख्तर की मौत पर भी एक किस्सा जुड़ा हुआ है, 1974 में बेगम अख्तर अहमदाबाद के मंच पर जब उन्होंने ये गाना गाया तो शायद ही वहीं कोई था जिसकी आंखों में आसू न हो, जब वह गा रही थी तभी अचानक उनकी तबीयत काफी खराब हो गई थी, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाना पड़ा और वहां हार्ट अटैक के कारण उनका इंतकाल हो गया। इंतकाल के बाद बेगम को लखनऊ के बसंत बाग में सुपुर्दे-खाक किया गया।

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