Corona Virus: कोरोना के बदलते रूप से दहशत में लोग, जानें क्या है डेल्टा, डेल्टा प्लस, कप्पा और लैम्बदा वैरिएंट?
Corona Virus:अलग-अलग वैरिएंट के मामलों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, जो चिंता का विषय बना हुआ है। आइये इन सब वैरिएंट्स के बारे में विस्तार से जानते है-
Corona Virus: कोरोना वायरस लगातार नए-नए रूप में सामने आ रहा है। इस कारण डॉक्टरों को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। डेल्टा (Delta), डेल्टा प्लस (Delta Plus), कप्पा (Kappa) और लैंबडा (Lambda) जैसे वैरिएंट देश भर में तबाही मचा रहे है। अलग-अलग वैरिएंट (variant) के मामलों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, जो चिंता का विषय बना हुआ है। आइये इन सब वैरिएंट्स (variants) के बारे में विस्तार से जानते है-
डेल्टा वैरिएंट (Delta variant)
भारत में कोरोना वायरस (coronavirus ) का कहर पिछले कुछ समय से कम हुआ है, लेकिन इसी बीच डेल्टा वैरिएंट पूरे विश्व में पैर पसार रहा है. जिसके चलते कई देशों में पाबंदियां बढ़ा दी गई हैं , तो वहीं कुछ देशों ने अनलॉक की योजना को टाल दिया है. डेल्टा वैरिएंट की बात की जाए, तो कोविड का ये वैरिएंट पहली बार भारत में ही मिला था। इसी से भारत मे सबसे ज्यादा मौतें हुई थी। डॉक्टरों की मानें, तो डेल्टा वैरिएंट का संक्रमण काफी तेजी से फैलता है। वहीं इसराइल में कोरोना के 90 फीसदी केस इसी वैरिएंट के हैं।
इन देशों की ये हैं स्थिति
भारत में डेल्टा वैरिएंट (बी1.617.2) का सबसे ज्यादा असर दिल्ली, आंध्रप्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, ओडिशा, तेलंगाना में में देखा जा रहा है।
श्रीलंका में आठ मई को इस वैरिएंट (बी.1.617) का पहला मामला सामने आया था।
चीन के दक्षिणी प्रांत ग्वानझोउ में कोविड-19 के नए रूप के बढ़ते मामलों के चलते सभी स्थानों को बंद करने का आदेश दिया गया है. ग्वानझोउ में 9 जून को 8 नए मामले सामने आए थे, जिसके बाद संक्रमितों की संख्या बढ़कर 100 हो गई है।
डेल्टा प्लस वैरिएंट (Delta Plus Variant)
कोरोना वायरस की दूसरी लहर का प्रकोप जारी है. इस बीच डेल्टा प्लस वैरिएंट से लोग बेहद परेशान है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी कहा है कि डेल्टा स्वरूप के मामले अब करीब 100 देशों में सामने आ चुके है. वहीं भारत के 12 राज्यों में डेल्टा प्लस के अब तक करीब 51 मामले सामने आ चुके है।
क्या है डेल्टा प्लस वैरिएंट
कोरोना वायरस का डेल्टा प्लस वैरिएंट की पहचान पहली बार भारत में हुई थी. यह महामारी की दूसरी लहर के लिए जिम्मेदार था. डेल्टा प्लस उस मोनोक्लोन एंटीबाडी कॉकटेल इलाज का रोधी है, जिसे हाल ही में भारत मे स्वीकृत मिली है।
देश के किन राज्यों में फैला डेल्टा प्लस
मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, पंजाब, गुजरात, केरल, तमिल नाडु, ओडिसा, जम्मू कश्मीर, कर्नाटक।
- डेल्टा प्लस को प्रभावी तरीके से बेअसर कर देती है covaccine
- अमेरिका के राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान ने कहा है कि covaccine लगवाने वाले लोगों के रक्त सीरम के दो अध्ययनों के परिणाम बताते है कि यह टीका ऐसे एंटीबाडी विकसित करता है कि, जो डेल्टा प्लस को प्रभावी तरीके से बेअसर कर दे.
कप्पा वैरिएंट (Kappa Variant)
पूरे देश में कोरोना वायरस की तीसरी लहर (Coronavirus third wave) के मद्देनजर तैयारियां ज़ोरों पर हैं. केन्द्र व राज्य सरकारें युद्ध स्तर पर हॉस्पिटल्स का निर्माण, बेड्स की क्षमता व ऑक्सीजन प्लांट लगवाने पर ज़ोर दे रही हैं।
- गोरखपुर में डेल्टा प्लस वैरिएंट (Delta Plus Variant) के दो मरीज़ों की पुष्टि हुई थी। वहीं, शुक्रवार को लखनऊ में कप्पा वैरिएंट (Kappa Variant) के दो सैंपल मिले हैं। लोकभवन में हुई बैठक में सीएम योगी आदित्यनाथ को भी इस बारे में अवगत कराया गया।
- कोविड-19 के संबंध में गठित समितियों के अध्यक्षों के साथ बैठक में मुख्यमंत्री योगी ने कोरोना वायरस के गहन अध्ययन-परीक्षण के लिए प्रदेश में जीनोम सिक्वेंसिंग को लगातार बढ़ाने के निर्देश दिए। वहीं, इस बैठक में उन्हें बताया गया कि 'बीते दिनों KGMU, लखनऊ में 109 सैम्पल की जीनोम सिक्वेंसिंग कराई गई। प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक 107 सैंपल में कोविड की दूसरी लहर वाले पुराने डेल्टा वैरिएंट की पुष्टि ही हुई है, जबकि 02 सैम्पल में कप्पा वैरिएंट पाया गया।'
कप्पा वैरिएंट क्या है?
डेल्टा वैरिएंट ने भारत में अप्रैल-मई के महीने में ख़ूब तबाही मचाई थी। डेल्टा वेरिएन्ट के ही वंश का कप्पा (B.1.617.1) है। इसमें एक दर्जन से ज्यादा म्यूटेशन हो चुके हैं. इस वेरिएन्ट को 'डबल म्यूटेंट' के तौर पर भी संबोधित किया जा रहा है, क्योंकि उसके दो खास म्यूटेशन- E484Q और L452R पहचान में आए हैं।
लक्षण
खाँसी, बुखार, दस्त, स्वाद चला जाना, गले में खराश, सांस लेने में तकलीफ।
लैम्बदा वैरिएंट (lambda variant)
लैम्बदा वैरिएंट के केस बढ़ने लगे है। दुनिया के 29 देशों में इस वैरिएंट से संक्रमित मरीज मिल चुके है। WHO ने इस वैरिएंट को वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट घोषित कर दिया है।
लैम्बदा वैरिएंट क्या है
आसान भाषा मे समझे तो यह वायरस का नया रूप है। इसे लैम्बदा (C.37) नाम दिया गया है।
भारत मे लैम्बदा वैरिएंट के केस
भारत में अभी तक लैम्बदा वैरिएंट के केस सामने नहीं आये है। इसराइल में ही केवल इस वैरिएंट से जुड़े 25 मामले सामने आए है।
इस वैरिएंट पर वैक्सीन हो सकती हैं बेअसर
लैटिन अमेरिका के एक अन्य देश चिली के वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि लम्बडा वेरिएंट के खिलाफ वैक्सीनें भी बेअसर साबित हो सकती हैं। चिली में कोरोना से हो रही मौतों में से एक तिहाई के लिए लम्बडा वेरिएंट को जिम्मेदार पाया गया है। चिली के वैज्ञानिकों ने कहा है कि देश में व्यापक वैक्सीनेशन प्रोग्राम के बावजूद जिस तरह संक्रमण फैला रहा है उससे पता चलता है कि लम्बडा एंटीबॉडीज को निष्प्रभावी कर देता है।
वैज्ञानिकों ने एक स्टडी में कहा है कि लम्बडा की स्पाइक प्रोटीन में ऐसे म्यूटेशन पाए गए हैं जो एंटीबॉडीज को बाईपास कर देते हैं। जिस तरह ये वेरिएंट पेरू, इक्वेडोर, चिली और अर्जेंटीना में तेजी से फ़ैल रहा है उससे इसे 'वेरिएंट ऑफ़ कंसर्न' घोषित कर दिया जाना चाहिए। यूनाइटेड किंगडम के वैज्ञानिकों ने भी यही बात कही है।