Coronavirus: कोरोना वायरस से होता है पुरुषों के लिंग पर असर, मरीज ने किया यह दावा

Coronavirus: अमेरिका में एक केस सामने आया है जिसमें एक इंसान ने दावा किया है कि कोरोना के कारण उसका लिंग 4 सेंटीमीटर सिकुड़ गया। डॉक्टरों का कहना है कि इस समस्या का समाधान नहीं किया जा सकता है।

Written By :  Neel Mani Lal
Published By :  Shreya
Update: 2022-01-13 08:52 GMT

(कॉन्सेप्ट फोटो साभार- सोशल मीडिया) 

Coronavirus: अमेरिका में एक केस सामने आया है जिसमें एक इंसान ने दावा किया है कि कोरोना के कारण उसका लिंग 4 सेंटीमीटर सिकुड़ गया। डॉक्टरों का कहना है कि इस समस्या का समाधान नहीं किया जा सकता है। इस केस से फिर ये बात सामने आई है कि कोरोना से ग्रसित हो चुके पुरुषों में इस तरह की समस्या मिल रही है। इस शख्स ने कहा है कि कोरोना वायरस (Corona Virus) के परमानेंट प्रभाव के चलते उसका आत्मविश्वास खत्म हो गया है। तीस साल के इस व्यक्ति का कहना है कि कोरोना होने से पहले उसका लिंग औसत से अधिक साइज का था।

यूरोलोजिस्टों का कहना है कि लिंग पर कोरोना का प्रभाव (Corona Effect On Sex) एक वास्तविक समस्या है, जिसमें रक्त शिराओं में डैमेज होने के चलते लिंग का साइज घट सकता है। यूनिवर्सिटी कॉलेज, लंदन द्वारा 3400 लोगों पर की गई स्टडी से पता चला है कि उनमें से 200 में कोरोना के दीर्घकालिक असर पाए गए और इनमें लिंग के आकार में कमी भी शामिल है। 

क्या है यूरोलोजिस्ट का कहना?

अमेरिकी यूरोलोजिस्ट (American Urologist) एशले विंटर का कहना है कि कोरोना के बाद लिंग का छोटा हो जाना वास्तव में इरेक्टाइल डिस्फंक्शन (Erectile Dysfunction) का साइड इफ़ेक्ट है। एशले के मुताबिक, ये सच्चाई है कि इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की वजह से लिंग का आकार छोटा हो जाता है। जब लिंग को पूरी ब्लड सप्लाई नहीं मिलती है तो उसमें स्थायी डैमेज हो जाता है और फिर उसका आकार छोटा हो जाता है। पुरुषों में ये रिस्क तभी है जब उनमें किसी बीमारी, जैसे कि कैंसर की वजह से इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या हो जाती है।

इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की शारीरिक और मानसिक दोनों वजहें हो सकती हैं। मानसिक वजहों में एंग्जायटी (Anxiety) और डिप्रेशन (Depression) सबसे बड़े होते हैं। अपने सेक्सुअल परफॉर्मेंस के बारे में एंग्जायटी एक बहुत बड़ा कारण होता है। मानसिक कारणों का लिंग के साइज के छोटे होने से कोई संबंध नहीं होती है। 

लिंग की रक्त शिराओं में घुस सकता है कोरोना वायरस

बहरहाल, प्रमाण बताते हैं कि कोरोना वायरस लिंग की रक्त शिराओं में घुस सकता है और इससे स्थायी क्षति हो सकती है। डॉ एशले विंटर का कहना है कि कोरोना वायरस लिंग की रक्त शिराओं के एंडोथेलियल सेल्स में घुसने के बाद रक्त प्रवाह को बाधित कर सकता है। ये वायरस इन सेल्स को कड़ा होने से रोक देता है।

यूनिवर्सिटी कॉलेज, लंदन ने दीर्घकालिक कोरोना पर एक बड़ी स्टडी की है और 56 देशों में मरीजों में मिलने वाले 203 लक्षणों को रेखांकित किया है। लांसेट में प्रकाशित इस स्टडी के मुताबिक 5 फीसदी लोगों में अंडकोश या लिंग के आकार में कमी आई है। 15 फीसदी लोगों ने सेक्सुअल गतिविधि में नाकाम रहने की शिकायत की। 

दोस्तों देश और दुनिया की खबरों को तेजी से जानने के लिए बने रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलो करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।

Tags:    

Similar News