Haemolytic Anemia: जानें क्या है हीमोलिटिक एनीमिया, इसके लक्षण और उपचार
Haemolytic Anemia Symptoms: दरअसल शरीर को हेल्दी रखने के लिए कई सारी चीजों की जरूरत होती है। लेकिन कई बार पोषक तत्व लेने के बाद भी शरीर में खून की कमी हो जाती है।
Haemolytic Anemia Symptoms: दरअसल शरीर को हेल्दी रखने के लिए कई सारी चीजों की जरूरत होती है। लेकिन कई बार पोषक तत्व लेने के बाद भी शरीर में खून की कमी हो जाती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि खून की कमी होने का कारण हीमोलिटिक एनीमिया है। तो ऐसे में आइए जानते हैं क्या है हीमोलिटिक एनीमिया और इसके लक्षण और उपचार:
क्या है हीमोलिटिक एनीमिया (Haemolytic Anemia)
दरअसल हीमोलिटिक एनीमिया एक प्रकार का एनीमिया होता है। जिसमें ब्लड सेल्स काउंट में कमी आ जाती है, क्योंकि ब्लड सेल्स नष्ट हो जाते हैं। साथ ही हीमोलिटिक एनीमिया की स्थिति तब भी आती है जब ब्लड सेल्स का निर्माण बहुत कम होता है। हीमोलिटिक एनीमिया में प्लीहा मतलब स्पलीन स्वस्थ रेड ब्लड सेल्स (RBC) को पकड़ कर नष्ट करने लगता है। इसमें जल्दी बॉडी में कभी ब्लड की भरपाई नहीं होती। बता दे यह बीमारी अगर घातक हो जाए तो जानलेवा तक साबित हो सकती है। दरअसल ब्लड लेवल मेंटेन करने के लिए कई बार पेशेंट को ब्लड ट्रांसफ्यूजन की जरूरत पड़ जाती है। इसलिए सही समय पर इसका इलाज करवाना बेहद जरूरी है।
हीमोलिटिक एनीमिया के लक्षण (Haemolytic Anaemia Symptoms)
त्वचा में पीलापन नजर आना
थकान सा महसूस होना
बार-बार बुखार आने की समस्या
भ्रम के स्थिति होना
सिर चकराना
चक्कर आना
शारीरिक गतिविधियों में भी कमजोरी महसूस होना
गहरे रंग का यूरीन हो जाना
आंखों और त्वचा का पीला पड़ जाना
हार्ट रेट का बढ़ना
स्पलीन का बढ़ जाना
लिवर का बढ़ना
हीमोलिटिक एनीमिया के उपचार (Haemolytic Anaemia Treatment)
दरअसल व्यक्ति के लक्षणों, मेडिकल हिस्ट्री और शारीरिक परीक्षण के आधार पर डॉक्टर हेमोलिटिक एनीमिया का इलाज करते हैं। बता दे बीमारी की पुष्टि के लिए कुछ विशेष प्रकार के टेस्ट की भी सलाह दी जा सकती है। इसके अलावा सीबीसी, यूरिन टेस्ट और बोन मैरो टेस्ट और सर्जरी भी किया जा सकता है।