Health News: सही से उठे-बैठे नहीं तो हो जाएंगे साइटिका व स्पॉन्डिलाइटिस के मरीज, डॉ. रवि देव ने बताया इलाज
Health News: कुछ ऐसी बीमारियां हैं, जो लंबे समय तक एक जैसे बैठने की वजह से हो जाती हैं।;
Report : Shashwat Mishra
Update:2021-07-06 16:50 IST
Health News: आज की जीवनशैली में हर इंसान आरामतलबी के साथ जीवन व्यतीत करता है। हर शख्स सारे सुख को पाने को आतुर रहता है। मगर, इस आरामतलबी व सुखों के चक्कर में हम कुछ बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं। कुछ ऐसी बीमारियां हैं, जो लंबे समय तक एक जैसे बैठने की वजह से हो जाती हैं। इसमें कमर व गर्दन का दर्द प्रमुख है, जिसे 'स्पॉन्डिलाइटिस' (Spondylitis) कहते हैं।
वहीं, कमर के निचले हिस्से से पैरों तक दर्द होने होने की बीमारी को साइटिका (Sciatica) कहते हैं। लखनऊ के जाने-माने न्यूरोसर्जन डॉ. रवि देव (Neurosurgeon Dr. Ravi Dev) ने बताया इन बीमारियों का इलाज...
साइटिका व स्पॉन्डिलाइटिस के लक्षण
साइटिका की बीमारी होने पर कमर के निचले हिस्से से पैरों तक दर्द, उठने-बैठने में परेशानी, चलने-फिरने में दिक्कत, लकवा और झनझनाहट जैसी दिक्क़तें होती हैं। तो, सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस से गर्दन और रीढ़ की हड्डी ज्यादा प्रभावित होती है। इसकी समस्या 10 में से 7 लोगों में दिखती है। इस रोग में रीढ़ की हड्डी में सूजन आ जाती है। इसमें पीड़ित को गर्दन को दाएं- बाएं और ऊपर-नीचे करने में काफी दर्द होता है।
साइटिका व स्पॉन्डिलाइटिस का इलाज
न्यूरोसर्जन डॉ. रवि देव (Neurosurgeon Dr. Ravi Dev) ने बताया कि साइटिका व स्पॉन्डिलाइटिस का इलाज अब आसान हो गया है। उन्होंने बताया कि 'साइटिका व स्पॉन्डिलाइटिस का कारण पीठ और गर्दन को बहुत झुका कर काम करना है। लंबे समय तक कंधों को झुकाए रखना, गला झुकाकर टेबल पर काम करते रहने के चलते रीढ़ और गर्दन की हड्डी पीछे से आ रही नसों को दबाने लगती है। यही नसें दिमाग को विभिन्न अंगों से जोड़ती हैं।'
लखनऊ के जाने-माने न्यूरोसर्जन ने कहा कि 'जब नसों पर दबाव पड़ता है तो हाथ-पैरों में दर्द, लकवा, झनझनाहट आदि बढ़ जाती है।' उन्होंने बताया कि इन बीमारियों का इलाज अब आसान हो गया है। डॉ. रवि देव के मुताबिक- अब रीढ़ की पूरी हड्डी काटने की बजाय सिर्फ़ एक छोटे से चीरे के जरिए ऑपरेशन संभव है।