Mindful Breathing: तुरंत स्ट्रेस कम करता है माइंडफुल ब्रीदिंग, रोजाना अभ्यास करने के हैं अनेक फायदे

Mindful Breathing In Hindi: रिसर्च में सामने आया है कि स्ट्रेस पर कंट्रोस न रखने से हार्ट डिजीज से पीड़ित मरीजों की कंडीशन और भी खराब हो सकती है। साथ ही तनाव खराब याददाश्त, कैंसर, हाई बीपी जैसी समस्याओं की भी वजह बनता है। आइए जानें इसे कम करने का तरीका।;

Written By :  Shreya
Update:2025-01-17 07:15 IST

Mindful Breathing (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

Mindful Breathing: इस स्ट्रेस ने तो जिंदगी खराब करके रख दी है... यहीं ख्याल रहता है ना आपका भी जब भी आपको चिंता सताती है। वैसे लाइफ में छोटी-मोटी चीजों पर थोड़ा सा स्ट्रेस लेना बिल्कुल आम है, लेकिन जब किसी चीज को लेकर आप बेहद चिंतित रहने लगे और स्ट्रेस आपका पीछा न छोड़े तब यह आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। ऐसा कई स्टडी में भी सामने आ चुका है कि अधिक स्ट्रेस लेने से व्यक्ति में हार्ट डिजीज, हाई बीपी, खराब याददाश्त, सिर दर्द, थकान, कमजोरी का खतरा बढ़ जाता है।

हार्वर्ड हेल्थ पब्लिशिंग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, साइकोलॉजिकल स्ट्रेस हेल्थ के लिए हानिकारक होता है। रिसर्च में सामने आया है कि अगर हार्ट संबंधी रोग से पीड़ित लोग तनाव पर कंट्रोल नहीं रखते हैं तो समय के साथ उनकी कंडीशन और भी खराब हो सकती है। साथ ही तनाव कैंसर के उच्च जोखिम से जुड़ा हुआ प्रतीत होता है। यही नहीं इसके चलते आपको कमजोर याददाश्त और अधिक दर्द की समस्या भी हो सकती है। अगर स्ट्रेस को मैनेज करने के तरीके आ जाएं तो आप इन स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं और बीमारियों के जोखिम को कम कर सकते हैं। आज हम आपके साथ तनाव कम करने का एक बढ़िया तरीका साझा करने जा रहे हैं।

स्ट्रेस को कम करने के लिए क्या करें (Stress Ko Kaise Kam Kare)

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

जैसा कि आपने अभी पढ़ा कि अगर आप अधिक स्ट्रेस में रहते हैं तो शरीर में किन-किन बीमारियों के घर करने के चांसेस बढ़ जाते हैं। तो ऐसे में जरूरी है कि आप स्ट्रेस को मैनेज करने के तरीके अपनी जिंदगी में शामिल करें। तनाव को कम करने के लिए माइंडफुल ब्रीदिंग (Mindful Breathing) भी मददगार है। एक अध्ययन के मुताबिक, माइंडफुलनेस ब्रीदिंग मेडिटेशन से तनाव (Stress), अवसाद (Depression) और चिंता (Anxiety) में कमी आती है। तो चलिए जानते हैं कि माइंडफुल ब्रीदिंग की प्रैक्टिस कैसे करते हैं और इसे करने के क्या लाभ हैं।

माइंडफुल ब्रीदिंग के फायदे (Mindful Breathing Ke Fayde)

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

अगर आप स्ट्रेस रहते हैं या आपकी मेमोरी पावर थोड़ी वीक हो गई है तो रोजाना माइंडफुल ब्रीदिंग का अभ्यास करने से आपके शरीर को कई तरह के फायदे मिल सकते हैं, जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं-

1- डेली माइंडफुल ब्रीदिंग की प्रैक्टिस करने से आप तनाव, चिंता और अवसाद से दूर रहते हैं।

2- इससे नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है और बेहतर नींद ले पाते हैं।

3- माइंडफुल ब्रीदिंग एक तरह का ध्यान है, जो फोकस और कंसंट्रेशन में सुधार करने में मदद करता है।

4- इसके जरिए प्रोडक्टिविटी में वृद्धि होती है।

5- इससे मन और शरीर को शांति मिलती है।

6- माइंडफुल ब्रीदिंग के जरिए आप गुस्से पर भी कंट्रोल कर सकते हैं।

7- डेली इसका अभ्यास करने से निर्णय लेने की क्षमता में भी वृद्धि होती है।

माइंडफुल ब्रीदिंग की प्रैक्टिस कैसे करते हैं (How to Practice Mindful Breathing In Hindi) 

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

सबसे पहले तो ये ध्यान में रखना है कि माइंडफुल ब्रीदिंग (Mindful Breathing) की प्रैक्टिस करने के लिए शांति भरी और साफ जगह को चुनें। इसे सुबह या रात किसी भी समय कर सकते हैं। माइंडफुल ब्रीदिंग में नाक से गहरी सांस लें और धीरे-धीरे मुंह से सांस छोड़ें। सांस लेने और छोड़ने की गति धीमी रखें। इस दौरान अपना पूरा ध्यान सांसों की लय और उसके प्रवाह पर केंद्रित करें। इसे आप 5-10 मिनट के लिए करें, इससे मन को सुकून मिलता है।

नोट- यह खबर सामान्य जानकारी पर आधारित है। इन उपायों व सुझावों पर अमल करने से पहले संबंधित एक्सपर्ट से परामर्श जरूर करें।

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