Hypertension: बहुत खतरनाक है ये बीमारी, दुनियाभर में कई लोग चपेट में, हुआ चौंकाने वाला खुलासा

Hypertension: यह बीमारी एक साइलेंट किलर की तरह है, जो इंसान के लिए घातक साबित हो सकता है। हैरानी की बात तो ये है कि बीते 30 सालों में आधे से अधिक लोगों ने इस बीमारी का इलाज ही नहीं करवाया है।

Newstrack :  Network
Published By :  Shreya
Update: 2021-08-26 11:03 GMT

टेंशन की प्रतीकात्मक तस्वीर (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

Hypertension: आजकल की लाइफस्टाइल में लोगों को कई सारी स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इनमें से कई ऐसी समस्याएं हैं, जो शख्स को खुद भी नहीं पता होता है कि वो किसी तरह की बीमारी से गुजर रहा है। इनमें से एक बीमारी है हाइपरटेंशन की, ये बीमारी तो बहुत आम है, लेकिन अगर इस पर ध्यान न दिया जाए तो इंसान की जान भी ले सकती है। इस बीच एक स्टडी में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है।  

'द लैंसेट' में छपी एक नई ग्लोबल स्टडी में बताया गया है कि हाइपरटेंशन, एक साइलेंट किलर की तरह है, जो इंसान के लिए घातक साबित हो सकता है। हैरानी की बात तो ये है कि बीते 30 सालों में आधे से अधिक लोगों ने इस बीमारी का इलाज (Hypertension Treatment) ही नहीं करवाया है, जो कभी भी इनके लिए खतरा बन सकती है।

इस स्टडी में बीते 30 सालों में 184 देशों के 10 करोड़ से भी अधिक लोगों के ब्लड प्रेशर माप को देखा गया। नतीजों में सामने आया कि दुनिया भर में हाइपरटेंशन की बीमारी से ग्रसित लगभग आधे लोगों को पता ही नहीं था कि उन्हें ये समस्या है और आधे से ज्यादा पुरुष और महिलाओं ने अपनी स्थिति को जानते हुए भी हाइपरटेंशन का इलाज नहीं कराया। 

(कॉन्सेप्ट फोटो साभार- सोशल मीडिया)

बीमारी को काबू करने में दुनिया की प्रगति रही धीमी

इस ग्लोबल स्टडी के प्रमुख लेखक माजिद इज्जती (जो कि इंपीरियल कॉलेज लंदन के प्रोफेसर भी हैं) ने बताया कि बीते कुछ दशकों में मेडिकल फील्ड में प्रोग्रेस होने के बाद भी हाइपरटेंशन जैसी बीमारी को काबू करने में पूरी दुनिया की प्रगति काफी ज्यादा धीमी रही है। इस बीमारी से ग्रसित अधिकतर लोग अपना इलाज ही नहीं कराते हैं और इसका असर निम्न और मध्यम आय वाले देशों में नुकसान के तौर पर देखा जाता है। 

वहीं, उच्च मध्यम आय वाले कुछ देश हाइपरटेंशन को लेकर अलर्ट रहते हैं और इसका समय पर इलाज भी कराते हैं, जिससे यह पता चलता है कि इस बीमारी को काबू करना, इसकी पहचान करना और इसका इलाज करना सभी देशों के लिए संभव है। प्रोफेसर माजिद इज्जती का कहना है कि ग्लोबल स्तर पर इससे होने वाले खतरों के बारे में बात और सहयोग किया जाना चाहिए। 

अभी आपने जाना कि हाइपरटेंशन का इलाज न कराना कितना ज्यादा घातक हो सकता है। लेकिन आखिर हाइपरटेंशन क्या है, चलिए इस बारे में जानते हैं। 

(प्रतीकात्मक फोटो साभार- सोशल मीडिया)

हाइपरटेंशन क्या है (Hypertension Kya Hai)? 

हाइपरटेंशन एक बेहद आम समस्या है। इसे आमतौर पर उच्च रक्तचाप यानी हाई बीपी (High Blood Pressure) भी कहा जाता है। जब ब्लड प्रेशर बहुत ज्यादा है तो इसे हाइपरटेंशन कहते हैं। इस स्थिति में दिल और धमनियों पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, जिस वजह से व्यक्ति को हार्ट अटैक या स्ट्रोक भी हो सकता है। इसका मुख्य कारण तनाव (Stress) और अनियंत्रित खानपान को माना जाता है। यह बीमारी ज्यादातर 30-79 उम्र वाले लोगों में देखी गई है। 

बता दें कि हाई ब्लड प्रेशर का इलाज बहुत ही आसानी से कराया जा सकता है और इसे काबू में किया जा सकता है। वहीं, सही समय पर इलाज न कराने और हाई बीपी को कंट्रोल में ना रखने पर व्यक्ति को दिल, किडनी और स्ट्रोल से जुड़ी बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है। 

हाइपरटेंशन के लक्षण (Hypertension Ke Lakshan)

वही, अगर बात की जाए हाइपरटेंशन सिम्पटम्स (Hypertension Symptoms) की तो इसके आम लक्षणों में तेज सिर दर्द, आंखों की दिक्कत, सीने में दर्द, बहुत ज्यादा थकान, मतिभ्रम शामिल हैं। इसके अलावा दिल की धड़कन का अनियमित होना, सांस लेने में परेशानी होना, कान-सीने-गर्दन में तेज दर्ज महसूस होना और यूरीन में खून आना जैसी समस्या भी शामिल हैं। ऐसे किसी भी लक्षणों के दिखने पर डॉक्टर से तुरंत परामर्श करना चाहिए। 

दोस्तों देश और दुनिया की खबरों को तेजी से जानने के लिए बने रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलो करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।

Tags:    

Similar News