18 साल से ऊपर के लोगों को भी लगे वैक्सीन, IMA ने PM मोदी को लिखा पत्र
IMA ने ये भी कहा है, "सरकार को निजी क्लिनिकों को भी टीकाकरण अभियान में शामिल करना चाहिए।"
नई दिल्ली: इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा है, जिसमें कोरोना वैक्सीनेशन अभियान को बढ़ावा देने और 18 वर्ष से अधिक आयु वाले लोगों को वैक्सीन लगाने का सुझाव दिया गया है। साथ ही सार्वजनिक स्थानों और बड़े समारोहों के लिए टीकाकरण प्रमाणपत्र अनिवार्य करने की भी बात कही है।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने पीएम मोदी को पत्र लिखते हुए कहा है, "तत्काल प्रभाव से कोरोना (COVID-19)टीकाकरण अभियान को बढ़ावा देना और टीका प्राप्त करने के लिए 18 वर्ष से अधिक आयु वालों को अनुमति देना चाहिए।" IMA ने पीएम से यह आग्रह करते हुए कहा है, "सार्वजनिक स्थानों और बड़े समारोहों में प्रवेश के लिए टीकाकरण प्रमाणपत्र अनिवार्य कर देना चाहिए।"
एसोसिएशन ने दिए 6 सुझाव
कोरोना वैक्सीनेशन की बात करते हुए IMA ने ये भी कहा है, "सरकार को निजी क्लिनिकों को भी टीकाकरण अभियान में शामिल करना चाहिए। उसने टीकाकरण पर नजर रखने के लिए प्रत्येक जिले में कार्यबल गठित करने का भी सुझाव दिया है।" एसोसिएशन ने अपने सुझाव में छः महत्वपूर्ण बिंदु दिए है।
1. 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी नागरिकों को कोविड वैक्सीन प्राप्त करने की अनुमति हो।
2. नागरिकों के नजदीकी संभव स्थान पर मुफ्त में वॉक इन कोविड वैक्सीनेशन सभी के लिए उपलब्ध होना चाहिए।
3. निजी क्षेत्र के साथ-साथ निजी क्षेत्र के पारिवारिक क्लिनिक भी टीकाकरण अभियान में सक्रिय रूप से शामिल हैं। सभी डॉक्टर और पारिवारिक चिकित्सक के साथ टीकाकरण की उपलब्धता से टीकाकरण अभियान पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
4. पीपीपी मॉडल के तहत जिला स्तर पर वैक्सीन टास्क फोर्स टीम बनाई जानी चाहिए। इनका कार्य अधिक से अधिक लोगों को वैक्सीनेशन करवाना, वैक्सीन लगवा चुके लोगों को मॉनीटर करना और इसे लेकर लोगों के बीच में भरोसा पैदा करना होगा। आईएमए इसमें सक्रिय होकर भूमिका निभाना चाहती है।
5.सार्वजनिक स्थानों पर प्रवेश और पब्लिक डिस्ट्रिब्यूशन सिस्टम (पीडीएस) के तहत खरीदारी करने के लिए वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट को अनिवार्य किया जाना चाहिए।
6. चूंकि कोरोना वायरस का प्रकोप फिर से बढ़ रहा हैं, चूंकि बीमारी का तीव्र प्रकोप होता है, लिहाजा श्रृंखला को तत्काल तोड़ने के उपाय के रूप में निरंतर लॉकडाउन को विशेष रूप से गैर-जरूरी क्षेत्र के लिए लागू किया जाएगा जैसे कि सिनेमा सांस्कृतिक और धार्मिक आयोजन खेल आदि।