Kids Health Care Tips: बच्चों को तरबूज देने से पहले जरूर चेक करें ये चीज, टल सकता है खतरा

Kids Health Care Tips: इंजेक्शन वाले तरबूज से बचने के लिए हम आपको एक तरीका बताने वाले हैं, जिसे ट्राई कर आप आसानी से पहचान जायेंगे कि तरबूज सही है या फिर इन्हें पकाने के लिए केमिकल का इस्तेमाल किया गया है।

Report :  Shivani Tiwari
Update:2024-04-11 16:42 IST

Kids Health Care Tips (Photo- Social Media)

Kids Health Care Tips: गर्मियों के दिनों में बच्चों से लेकर बड़ों तक, लगभग सभी को एक फल जो सबसे ज्यादा पसंद आता है, उसका नाम "तरबूज" है। गर्मियों के मौसम में तरबूज खाना बहुत ही फायदेमंद होता है, क्योंकि ये शरीर को अंदर से ठंडा रखने में मदद करता है, सिर्फ यही नहीं! तरबूज खाने से शरीर पूरा दिन हाइड्रेटेड भी रहता है। तरबूज का मौसम आ चुका है, और इन दिनों यह हाई डिमांड में है, लेकिन क्या आपको पता है कि तरबूज खाने से आप बीमार भी पड़ सकते हैं, जी हां! क्योंकि आज कल अधिकतर ही तरबूज इंजेक्शन के जरिए भी पकाए जाते हैं, जो स्वास्थ के लिए बिल्कुल भी अच्छे नहीं होते। ऐसे में इंजेक्शन वाले तरबूज से बचने के लिए हम आपको एक तरीका बताने वाले हैं, जिसे ट्राई कर आप आसानी से पहचान जायेंगे कि तरबूज सही है या फिर इन्हें पकाने के लिए केमिकल का इस्तेमाल किया गया है।

बच्चों को तरबूज खिलाने से पहले जरूर टेस्ट करें ये चीज (Best Fruit For Summer Season)

तरबूज वैसे तो गर्मियों के दिनों में शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है, लेकिन जो केमिकल के जरिए पकाए जाते हैं, वे हमारे शरीर को बहुत ही हानि पहुंचाते हैं, खासतौर पर बच्चों के लिए केमिकल से पकाए हुए तरबूज जहर के समान होते हैं। इस वजह से जब भी अपने बच्चों को तरबूज दें, तो पहले चेक जरूर करें कि कहीं यह केमिकल के जरिए तो नहीं पकाया गया है। अब आप सोच रहें होंगे कि ये कैसे होगा, तो आपको टेंशन लेने की जरूरत नहीं है, क्योंकि हम आपको उसका भी उपाय बताते हैं।


ऐसे केमिकल युक्त तरबूज का लगाएं पता (How To Check Watermelon Quality)

आज के दौर में हर फील्ड में काला बाजारी की जाती है, पैसों के लालच के चक्कर में इंसान केमिकल से पकाकर फलों को बाजारों में बेच रहा है, ठीक ऐसा ही तरबूज के साथ भी हो रहा है। इंजेक्शन या फिर केमिकल से पकाए हुए तरबूज को पता करने के लिए सबसे पहले आपको तरबूज को बीच से कट करना है, फिर एक टिशू पेपर लेना है, और तरबूज के कटे हुए भाग पर लगाना है, यदि टिशू पेपर का रंग लाल हो जाता है तो यानी कि इसे केमिकल से पकाया गया है, लेकिन यदि टिशू का रंग नहीं बदलता तो इससे साफ होता है कि तरबूज एकदम नेचुरल है। इस तरह आप तरबूज लेने से पहले ही पता कर सकते हैं कि तरबूज कितना शुद्ध है। खुद और अपने घरवालों को भी केमिकल युक्त तरबूज खाने से बचा सकतीं हैं, जिसे खाने से तमाम तरह की बीमारियां हो सकतीं हैं।

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