Kya IVF Safe Hai: प्रेग्नेंसी के लिए IVF है कितना सेफ, यहां जानें सभी सवालों के जवाब

IVF Treatment In Hindi: यह प्रोसेस उन महिलाओं के लिए है, जिनका शरीर ऐग को फर्टिलाइज करने में सक्षम नहीं होता है। आज हम आपको आईवीएफ ट्रीटमेंट से जुड़े सवालों के जवाब दे रहे हैं।

Written By :  Shreya
Update:2024-08-06 18:27 IST

IVF Pregnancy (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

Pregnancy Through IVF: गलत लाइफस्टाइल, खानपान और प्रदूषित वातावरण के चलते महिलाओं में कई तरह की समस्याएं देखी जाती हैं, जिनमें से एक बड़ी समस्या है कंसीव ना कर पाना। जहां महिलाएं बच्चे को जन्म देने में असमर्थ होती हैं। लेकिन नैचुरल तरीके से कंसीव ना कर पाने वाली महिलाओं के लिए वरदान बनकर उभरा है आईवीएफ (IVF) ट्रीटमेंट। आईवीएफ का फुल फॉर्म होता है इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (In Vitro Fertilization)। इस ट्रीटमेंट की मदद से ऐसी महिलाएं मां बन सकती हैं। लेकिन इस इलाज को कराने से पहले कई महिलाएं हिचकिचाती हैं, क्योंकि उनके मन में ये सवाल रहता है कि क्या ये सेफ है और इससे प्रेग्नेंसी की संभावना कितनी है। तो चलिए आज जानते हैं इन सवालों के जवाब।

क्या होता है आईवीएफ (IVF Process In Hindi)

सबसे पहले ये जान लेते हैं कि आखिर आईवीएफ ट्रीटमेंट (IVF Treatment) है क्या। यह प्रोसेस उन महिलाओं के लिए है, जिनका शरीर ऐग को फर्टिलाइज करने में सक्षम नहीं होता है। ऐसे में आईवीएफ प्रोसेस के जरिए ऐग को लैब में फर्टीलाइज कराया जाता है। इसमें महिला के ऐग्स और पुरुष के स्पर्म को मिलाया जाता है। इसके बाद भ्रूण का निर्माण हो जाने पर उसे वापस महिला के गर्भाशय में डाल दिया जाता है। बता दें IVF प्रक्रिया में भी बच्चा सामान्य प्रेग्नेंसी की तरह गर्भ में ही पलता है।

कब कराया जाता है आईवीएफ

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

आईवीएफ ट्रीटमेंट शुरू करने से पहले महिला और पुरुष दोनों की जांच की जाती है। ताकि उन वजहों का पता चल सके, जो प्राकृतिक रूप से गर्भधारण (Natural Pregnancy) करने में समस्या खड़ी कर रही हैं। आइए जानते हैं किन मामलों में आईवीएफ की जरूरत पड़ती है।

1- फैलोपियन ट्यूब ब्‍लॉक या डैमेज हो जाने पर

2- पुरुष में स्‍पर्म काउंट कम होने पर

3- गर्भाशय में रसौली

4- प्रीमैच्‍योर ओवेरियन फेलियर

5- महिला ओवुलेशन विकार

6- फैलोपियन ट्यूब निकाल दिए जाने पर

7- अनुवांशिक विकार से ग्रस्‍त होने पर

कितना सेफ है IVF

आईवीएफ को एक बेहद सेफ और प्रभावी प्रजनन उपचार माना जाता है। इसकी मदद से महिलाएं आसानी से मां बन सकती हैं। इस प्रक्रिया में भी बच्चा सामान्य गर्भावस्था की तरह ही कोख में पलता है। अगर आपके मन में ये सवाल है कि क्या आईवीएफ गर्भधारण में बच्चा ऑपरेशन से ही होता है तो इसका जवाब है नहीं। इसमें हमेशा बच्चे का जन्म सी-सेक्शन द्वारा ही नहीं होता है। हां लेकिन, सामान्य गर्भधारण की तरह इसमें भी ऑपरेशन का जोखिम जरूर होता है।

आईवीएफ से गर्भधारण के चांस

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

अब बात करते हैं कि अगर प्रेग्नेंसी के लिए आईवीएफ कराया जाए तो मां बनने का चांस कितना प्रतिशत होता है। इसमें एक आईवीएफ चक्र के बाद बच्चा होने की संभावना लगभग 40 प्रतिशत होती, जबकि दो चक्रों के बाद 60 और तीन चक्रों के बाद यह 70 से 80 फीसदी तक हो जाती है। ऐसे में इसे प्रभावी उपचार माना जाता है, जो आपको स्वस्थ बच्चा पैदा करने में मदद कर सकता है।

आईवीएफ में कितना आता है खर्च

भारत में आईवीएफ इलाज के लिए खर्च (IVF Treatment Cost) करीब 90 हजार से लेकर डेढ़ लाख रुपये के बीच आता है। हालांकि यह अस्पताल, स्थान, सुविधाओं और महिला की स्वास्थ्य स्थिति पर भी निर्भर करता है।

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