Monkeypox vs Tomato Flu: दोनों वायरस में अंतर जानने का ये है सबसे आसान तरीका

Monkeypox vs Tomato Flu: कोरोना के बाद मंकीपॉक्स का कहर लगातार बढ़ रहा है। मंकीपॉक्स के मामले दुनिया भर में तेजी से बढ़ने लगे हैं। वहीं कुछ दिनों से टोमैटो फ्लू फैल गया है।

Update:2022-08-26 22:55 IST

Monkeypox Vs Tomato Flu (Image: Social Media)

Monkeypox vs Tomato Flu: कोरोना के बाद मंकीपॉक्स का कहर लगातार बढ़ रहा है। मंकीपॉक्स के मामले दुनिया भर में तेजी से बढ़ने लगे हैं। वहीं अब पिछले कुछ दिनों से एक नया वायरस ने अपना पैर पसारना शुरू कर दिया है, जिसका सबसे ज्यादा शिकार बच्चे हो रहें हैं। दरअसल इस नए वायरस का नाम है टोमैटो फ्लू। पिछले दो सालों में लगातार तीन तरह के वायरस मिलने से दुनियाभर में लोगों की समस्या बढ़ गई है। 

बता दे कि कोरोना वायरस महामारी को दो साल से अधिक हो जाने के बाद भी इससे राहत नहीं मिली है। वहीं अब मंकी पॉक्स और टोमैटो फ्लू का कहर भी लगातार बढ़ने लगा है। दोनों ही वायरस में बहुत सारे लक्षण समान हैं जिसके कारण लोग दोनों वायरस का लक्षण पहचान पाने में असमर्थ हो रहें हैं। हालांकि दोनों वायरस में बहुत अंतर है।

दरअसल मंकीपॉक्स और टोमैटो फ्लू दोनों के कई लक्षणों के बीच समानता के बारे में चिंता की भावना बढ़ रही है। हालांकि हम यहां आपको दोनों ही वायरस में अंतर बता रहें हैं, जिससे आपके लिए आसान हो जाएगा मंकी पॉक्स और टोमैटो फ्लू को पहचान पाना। आइए जानते हैं विस्तार से:

दरअसल मंकीपॉक्स के लक्षण आमतौर पर वायरस के संपर्क में आने के 3 सप्ताह के भीतर शुरू हो जाते हैं और 2 से 4 सप्ताह तक रहते हैं। वहीं कुछ सामान्य लक्षणों में बुखार, ठंड लगना, सूजन लिम्फ नोड्स, थकावट, मांसपेशियों में दर्द और पीठ दर्द, सिरदर्द, श्वसन संबंधी लक्षण और चकत्ते आदि शामिल हैं। वहीं दूसरी ओर अगर बात करें टोमैटो फ्लू की तो टोमैटो फ्लू में बुखार, जोड़ों में दर्द और सूजन, शरीर में दर्द और थकान जैसे लक्षण नजर आते हैं, जिसके बाद रैशेज भी हो सकते हैं। हालाँकि, फिल्हाल टोमैटो फ्लू बच्चों में प्रचलित है। वहीं ​​मंकीपॉक्स के रैश का संबंध में पपड़ी भी शामिल है। दरअसल यह शुरू में फुंसी या फफोले की तरह लग सकता है और दर्द या खुजली हो सकता है और फ्लू जैसे लक्षणों की शुरुआत के 1 से 4 दिनों के बाद विकसित हो सकता है। वहीं टोमैटो

 फ्लू टमाटर की तरह दिखने वाले लाल फफोले से जाना जाता है। यह बीमारी आमतौर पर कॉक्ससेकी वायरस के कारण होती है, जिसके कारण त्वचा पर छोटे 4 से 6 मिमी लाल धब्बे होते हैं, जो बाद में अंदर तरल पदार्थ के साथ बुलबुले जैसे बन जाते हैं। बता दे कि त्वचा के घाव हाथों, पैरों और नितंबों पर दिखाई दे सकते हैं। दरअसल यह छोटे बच्चों के बीच संपर्क से फैलता है। इसके लिए केवल इलाज की आवश्यकता होती है और इसका टमाटर से कोई संबंध नहीं है।

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