Panic Attack: जानिए क्या है पैनिक अटैक और इसके लक्षण
Panic Attack: पैनिक अटैक का नाम आपने बहुत कम सुना होगा लेकिन यह अटैक काफी खतरनाक होता है। हार्ट अटैक की तरह ही पैनिक अटैक किसी भी व्यक्ति के लिए घातक हो सकता है।
Panic Attack: पैनिक अटैक का नाम आपने बहुत कम सुना होगा लेकिन यह अटैक काफी खतरनाक होता है। हार्ट अटैक की तरह ही पैनिक अटैक किसी भी व्यक्ति के लिए घातक हो सकता है। पैनिक अटैक का मामला खासकर के आज कल युवाओं और महिलाओं में देखने को मिल रहा है। डायबिटीज (Diabetes), ब्लड प्रेशर (Blood Pressure), हार्ट के मरीज, और अस्थमा (Asthma) के मरीज ज्यादा इस अटैक के शिकार होते हैं।
पैनिक अटैक आने का कोई खास वजह नहीं होता लेकिन यह ज्यादातर एंग्जाइटी के कारण होता है। अचानक से मरीज को घबराहट होने लगती है, पसीना आने लगता है पैनिक अटैक आने पर मरीज को शांत रखने की कोशिश करनी चाहिए क्योंकि शांत नहीं रहने पर यह जान लेवा साबित हो सकता है।
पैनिक अटैक होने का कोई मुख्य कारण नहीं होता। अगर आप किसी चीज को लेकर ज्यादा सोचते हैं और तनाव लेते हैं तो आपको यह अटैक हो सकता है। अगर आप ज्यादातर निगेटिव चीज़ों के बारे में सोच रहें है तो यह अटैक हो सकता है। इसलिए तनाव कम लें और पॉजिटिव सोचें। पैनिक अटैक होने पर कोशिश करें खुद को शांत रखने की। आइए जानते है पैनिक अटैक के लक्षणों के बारे में
पैनिक अटैक के लक्षण:
अचानक से घबराहट
सांस फूलना
डर लगना
बैचैनी होना
तेज तेज और छोटी सांस
लगभग हार्ट अटैक आने जैसा महसूस होना
पसीना आना
गले में जकड़न होना
ठंड की लहरें आना
जी घबराना
उल्टी होना
पैनिक अटैक आने से पहले के संकेत
पैरों का कांपना
सीने में दर्द
बैचैनी होना
हार्ट बीट तेज होना
जोर जोर से दिल धड़कने लगना
छोटी छोटी बातों पर तनाव महसूस होना
पूरे शरीर में सिहरन होना
अचानक किसी बात पर डर हावी होना
बेहोशी आ जाना
ठंड के मौसम में गर्मी महसूस होना
पैनिक अटैक के कारण
तनाव के कारण
अत्याधिक किसी प्रकार का ड्रग्स लेने के कारण
शराब और ध्रूमपान के कारण
बहुत ज्यादा कैफ़ीन का सेवन करने के कारण
अत्याधिक दवाइयां के सेवन के कारण
ट्रॉमा के कारण
दिमाग से संबंधित समस्या भी बनता है कारण
रासायनिक असंतुलन के कारण
पैनिक अटैक का इलाज
योगा करें
मेडिटेशन करना जरूरी
काउंसिलिंग या परामर्श
फिजिकल एक्टिविटी
अरोमाथेरपी
हार्ट बीट का चेकअप कराते रहें
ब्लड टेस्ट की कराएं
रचनात्मक एक्टिविटी करें
पॉजिटिव रहें
अपनी परेशानियों को दूसरे के साथ शेयर करें
पानी खूब पीएं
डाइट में पौष्टिक तत्व को शामिल करें
कुछ देर खुली हवा में बैठें