Thyroid Awareness: सर्दियों में हो सकती है थायरॉइड की परेशानी, रखें अपना विशेष ख्याल

Thyroid Awareness: सर्दियों के मौसम में हमेशा अधिकतर लोग सर्दी जुकाम बुखार जैसी समस्या का सामना करते हैं। इस मौसम में थायराइड से जुड़ी समस्या भी बढ़ सकती है जिसे कुछ तरीकों से मैनेज किया जा सकता है।

Update: 2024-01-25 11:00 GMT

Thyroid (Image: Social Media)

Thyroid Awareness: सर्दियों का मौसम जैसे ही शुरू होता है यह अपने साथ कई तरह की बीमारियां भी लेकर आता है। इनमें सबसे ज्यादा सर्दी जुकाम और फ्लू जैसी परेशानियां होती हैं लेकिन इनके अलावा कुछ ऐसी गंभीर बीमारियां भी है जो हमें सर्दी के मौसम में परेशान कर सकती हैं। सबसे ज्यादा सर्दियों के मौसम में थायराइड के मरीजों को सतर्क रहना चाहिए। लेकिन आपको बताते हैं कि ऐसा क्या होता है जो सर्दियों में थायराइड की समस्या बढ़ जाती है।

क्या है थायराइड

थायराइड हमारे शरीर में मौजूद तितली के आकार की एक ग्रंथि होती है जो हमारे गले के सामने के हिस्से में मौजूद होती है। यह ग्रंथि हार्मोन रिलीज करने का काम करती है जिससे हमारे शरीर का मेटाबॉलिज्म कंट्रोल में रहता है। जब यह ग्रंथि ठीक तरह से हार्मोन रिलीज करना बंद कर देती है तो यही परेशानी थायराइड डिसऑर्डर कहलाती है। थायराइड ग्रंथि का सही मात्रा में हार्मोन रिलीज न कर पाना हमारे शरीर पर कई तरह के प्रभाव डालता है और इससे हाइपोथायरायडिज्म की समस्या हो सकती है।

बढ़ जाती है थायराइड की समस्या

सर्दियों के मौसम में धन के प्रभाव को कम करने के लिए हमारा शरीर मेटाबॉलिज्म को तेज करने का काम करता है। इस वजह से थायराइड ग्रंथि t3 और t4 हारमोंस ज्यादा रिलीज करने लगता है। सर्दी के मौसम में शरीर का तापमान कम हो जाता है तो थायराइड ग्रंथि के लिए एक चुनौती पूर्ण समय होता है और इस कारण से वह ठीक से काम नहीं कर पाता है। दूसरा कारण यह होता है कि सर्दी में धूप कब निकलती है और हमारे शरीर में विटामिन डी की कमी हो जाती है जिस वजह से थायराइड ग्रंथि ठीक तरीके से काम नहीं कर पाता है। जिन लोगों को थायराइड से जुड़ी समस्या नहीं होती है उनमें भी शादियों के मौसम में थायराइड स्टिम्युलेटिंग हार्मोन लेवल बढ़ जाता है जिस वजह से हार्मोन ठीक तरह से रिलीज नहीं होते हैं। इस वजह से अधिक ठंड लगना थकान डिप्रेशन बालों का रूखापन और कब्ज जैसी समस्या हो जाती है।

कैसे करें बचाव

अगर आप इस बीमारी से बचाव करना चाहते हैं तो आपको अपने स्लिप पैटर्न में सुधार लाने की जरूरत है।

अगर आप अपने सोने और जागने का समय निर्धारित कर लेते हैं तो सर्केडियन रिदम प्रभावित नहीं होती है

अगर व्यक्ति को ज्यादा स्ट्रेस हो जाता है तो उसका थायराइड ग्रंथि प्रभावित होता है इसलिए स्ट्रेस मैनेजमेंट बहुत जरूरी है।

व्यक्ति को अपनी डाइट में विटामिन डी, प्रोटीन और फाइबर की भरपूर मात्रा लेनी चाहिए इससे वह स्वस्थ रहता है।

अपने शरीर को गर्म रखने की कोशिश करें और एक के बाद एक लेयर में कपड़े पहने और गर्म सूप या ड्रिंक पीने की कोशिश करें और जरूरत हो तभी आपको बाहर जाना चाहिए।

नियमित तौर पर थायराइड की जांच करना बहुत आवश्यक है और अगर समस्या गंभीर नजर आ रही है तो तुरंत आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

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