Eye Care Tips: करोड़ों लोगों को हो रही आँखों की ये बीमारी, जानिए क्यों है ये अभी तक लाइलाज

Eye Care Tips: आंखें हमारे शरीर का सबसे अमूल्य अंग होता है ऐसे में इसकी कोई भी समस्या मं बेहद परेशान कर देती है वहीँ आजकल लोगों को आँखों की ये लाइलाज बीमारी अपनी चपेट में ले रही है।

Update:2024-05-16 17:35 IST

Eye Care Tips (Image Credit-Social Media)

Eye Care Tips: बदलते मौसम के साथ कई तरह की बीमारियां भी सामने आतीं हैं। वहीँ इसका सबसे ज़्यादा प्रभाव आपकी आँखों पर पड़ता है। छोटे बच्चों से लेकर बुज़ुर्गों तक सभी इस तरह की परेशानियों की चपेट में आ रहे हैं। जहाँ छोटे छोटे बच्चों को चश्मे लग रहे हैं वहीँ कई लोगों को आँखों की रोशनी कम होने की भी परेशानियां हो रहीं हैं। आँखों की बढ़ती समस्या को लेकर कुछ आकड़े सामने आये हैं जिसने सभी के होश उड़ा दिए हैं।

'एज रिलेटेड मैक्यूलर डिजनरेशन' (Age Related Macular Degeneration)

आई स्पेश्यलिस्ट का मानना है कि लोगों की लाइफस्टाइल में आया ये बदलाव लोगों की सेहत से लेकर उनकी आँखों पर भी बहुत ज़्यादा असर डाल रहा है। वहीँ जिस तरह ये मामले बढ़ रहे हैं साल 2040 तक 300 मिलियन यानी 30 करोड़ से ज्यादा लोग 'एज रिलेटेड मैक्यूलर डिजनरेशन' (Age Related Macular Degeneration) बीमारी की चपेट में आ सकते हैं। अभी भी इस बीमारी की चपेट में 20 करोड़ लोग हैं। इस बीमारी में जैसे जैसे व्यक्ति की उम्र बढ़ती है वैसे वैसे उसे दिखना कम होने लगता है और कई अन्य बीमारियां भी इसका कारण बन जातीं हैं। आइये विस्तार से समझते हैं कि ये बीमारी आखिर है क्या।

आँखों की समस्या उम्र के साथ-साथ बढ़ती है वहीँ एज रिलेटेड मैक्यूलर डिजनरेशन 50 साल से ज़्यादा उम्र के लोगों में होता है। इस बीमारी में लोगों की आँखों की रोशनी एकदम कम होने लगती है ये इस वजह से होता है क्योंकि रेटिना का बीच वाला भाग यानी मैक्युला खराब हो जाता है। उम्र के साथ बढ़ने के कारण ही इसका नाम एज रिलेटेड मैक्यूलर डिजनरेशन है। वैसे इससे भले ही अंधापन नहीं आता लेकिन इससे और भी कई आँखों से सम्बंधित गंभीर समस्या हो जाती है। आइये जानते हैं इस बीमारी के कारण क्या होते हैं।

डॉक्टर्स की माने तो एज रिलेटेड मैक्यूलर डिजनरेशन का कोई कारण नहीं होता। बल्कि उम्र के साथ साथ ही ये बीमारी लोगों को अपनी चपेट में ले लेती है। इसके अलावा अगर आपके परिवार में इस तरह की किसी को बीमारी पहले रही है तो बच्चों को ये होने की सम्भावना हो सकती है। वहीँ अगर आप इसके लक्षणों को समय रहते समझ जाते हैं तो इसकी रोकथाम संभव है और इसके खतरे को भी कम किया जा सकता है और कम उम्र में ही इससे बचा जा सकता है। आइये जानते हैं इस बीमारी की चपेट में कौन लोग ज़्यादा जल्दी आ सकते हैं।

  • अत्यधिक धूम्रपान करने वालों में
  • हाई ब्लड प्रेशर या कोलेस्ट्रॉल के मरीज़ो को
  • बहुत ज्यादा संतृप्त वसा वाली चीजों को खाने से
  • मोटापा बढ़ने से

वैसे डॉक्टर्स कहते हैं कि इस बीमारी का कोई भी इलाज नहीं है लेकिन आप इसके लक्षणों को कम करने के लिए कुछ उपायों को कर सकते हैं। बच्चों के अंदर कुछ आदतों को अपनाने को कहकर भी आप भविष्य में उन्हें इस तरह की कोई भी समस्या से बचा सकते हैं। अपने खान पान से लेकर एक्टिव रहने तक हर चीज़ों पर ध्यान दें।

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