Winter Season : ठंड से इस तरह बचाएं शिशु को
Winter Season : बच्चों की सेहत पर बदलते मौसम का प्रभाव जल्दी देखने को मिलता है। छोटे बच्चों को सर्दी के दुष्प्रभाव से कैसे बचाएं आइए जानते हैं।
Winter Season : अक्टूबर महीना (October month) खत्म होने की ओर है। मौसम करवट ले रहा है। सर्दियों की शुरुआत (sardiyon ki shuruat) हो रही है। घरों में गर्म कपड़े अलमारी से निकाले जा रहे हैं। सर्दी से बचने के लिए लोग तरह-तरह के जतन कर रहे हैं। बच्चों की सेहत (Bachcho ki sehat) पर बदलते मौसम का प्रभाव जल्दी देखने को मिलता है। छोटे बच्चों को सर्दी के दुष्प्रभाव से कैसे बचाएं आइए जानते हैं चिकित्सकों से -
स्वच्छता और सजगता जरूरी
बाल चिकित्सक डॉक्टर पूनम गुप्ता (Pediatrician Dr. Poonam Gupta) का कहना है कि छोटे बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता जल्द प्रभावित हो जाती है।
उनके स्वास्थ्य की समुचित देखभाल बहुत जरूरी है। इसके लिए स्वच्छता का विशेष ध्यान रखना चाहिए इसके साथ ही उन्हें नियमित समय पर वैक्सीन जरूर लगवाएं, यह उन्हें कई तरह की बीमारियों से बचाएगा। डॉ हीरालाल मेहरोत्रा कहते हैं कि बच्चों की प्रॉपर क्लीनिंग और मसाज जरूर करना चाहिए। मसाज से शरीर में गर्माहट आती है जो उन्हें ठंड से बचाएगीl
अभी स्वेटर ना पहनाए
इस समय ठंड की शुरुआत है। सुबह और शाम की ठंड से बचने के लिए बच्चों को कॉटन की फुल स्लीव्स कपड़े ही पहनाएं। ध्यान रखें अभी से गर्म कपड़े पहनाने से बच्चों को पसीना आएगा, जिससे भी उन्हें सर्दी लग सकती है। डॉक्टर का कहना है कि इस समय डेंगू भी फैल रहा है इसलिए बच्चों को सर्दी व मच्छरों से बचाने के लिए भी शाम के समय उसे फुल कपड़े ही पहनाने चाहिए। इसके अलावा अगर एसी चलाना जरूरी हो तो उसका तापमान 26 से 27 तक रख सकते हैं।
मां का दूध जरूरी
नवजात बच्चों के लिए मां का दूध संपूर्ण आहार तो है ही । साथ ही उन्हें कई बीमारियों से बचाने में भी असरदार है। डॉक्टर हीरालाल कहते हैं कि बच्चे की प्रॉपर फीडिंग पर जरूर ध्यान देना चाहिए । अगर बच्चा नवजात है तो उसे एक से डेढ़ घंटे में दूध की जरूरत होगी। अगर बच्चा थोड़ा बड़ा है तो उसे दो से 3 घंटे में दूध पिलाना चाहिएl इस बात का भी ध्यान रखें कि बच्चे को सोते समय दूध नहीं पिलाएं। इससे दूध उनके सांस की नली में जाने का भी खतरा बना रहता हैl
फर्श पर भी खेलने दें
अक्सर माता-पिता अपने बच्चे के स्वास्थ्य को लेकर इतनी फिक्र करते हैं कि वे उन्हें नीचे फर्श पर भी नहीं खेलने देते, जबकि ऐसा नहीं करना चाहिए। अगर फर्श अच्छी तरह साफ है तो बच्चे को थोड़ी देर फर्श पर भी खेलने दें। इससे उसका विकास प्राकृतिक तौर पर बेहतर हो सकेगा और उसकी इम्यूनिटी भी स्ट्रांग बनेगी।
क्या करें-क्या ना करें
क्या करें
1 - नवजात शिशु को सर्दी से बचाने के लिए आप घर पर ही कुछ प्रयास कर सकते हैं। जैसे कपड़े में लॉन्ग बांधकर पोटली बना लें, उसे आंच पर गर्म करें और धीरे-धीरे शिशु की छाती पर गर्माहट दे। पोटली को बच्चे से लगाने से पहले खुद छूकर जरूर देख लें।
2 - सर्दियों में सरसों के तेल में लहसुन छीलकर गर्म कर लें । तेल गुनगुना होने पर उससे बच्चे की मालिश करें। इस मालिश से बच्चे को आराम मिलेगा। सर्दियों में बच्चे की सुबह और रात में सोने से पहले मालिश जरूर करनी चाहिए।
3 - 6 मार्च के ऊपर बच्चे को शहद चटायें दिन में दो बार शहर चटाने से सर्दी व जुकाम से रक्षा होती है।
4 - बच्चे को हर बार गुनगुना पानी ही पीने के लिए दें ।
5 - बच्चे को अगर जुकाम है तो भाप से काफी राहत मिलती है। लेकिन घर में बच्चों को भाप देते समय ध्यान रखें कि उसे सांस लेने में कोई परेशानी ना हो।
क्या ना करें
1 - बच्चे को इस समय अधिक कपड़ों से ना ढके।
2 - परिवार में अगर किसी को सर्दी जुकाम है तो बच्चे को उससे दूर रखें।
3 - कमरे का तापमान अगर ठीक हो तो एसी ना चलाएं।
4 - बच्चे को दिन में संतरा या विटामिन सी से युक्त दूसरे फल दें, इससे सर्दी में उससे राहत मिलेगी शाम को कोई भी फल देने से बचें।
5 - नवजात शिशु को भीड़भाड़ वाले स्थानों पर ना ले जाएं, इससे वे बीमारियों से बचे रहेंगे।